संवाददाता,पटना राज्य के नागरिकों को इलाज की सुविधा सहज तरीके से उपलब्ध कराने के लिए सरकार की ओर से मुख्यमंत्री डिजिटल हेल्थ योजना लागू की गयी है. इसके तहत बुनियादी स्वास्थ्य सुविधा, जांच वगैरह को डिजिटल मोड पर ले जाना है. साथ ही टेलीमेडिसिन को भी बढ़ावा देना है. इसके अलावा मरीजों के सभी हेल्थ रिकार्ड भी ऑनलाइन किया जाना है. स्वास्थ्य व्यवस्था और आमजनों का हेल्थ रिकार्ड डिजिटल माध्यम में उपलब्ध होने पर भविष्य में स्वास्थ्य नीति के निर्माण में काफी सहूलियत होगी. पांच वर्षों के लिए प्रभावी की गयी इस योजना के वित्तीय वर्ष 2024-25 में सफल संचालन के लिए स्वास्थ्य विभाग ने 17.55 करोड़ स्वीकृत किया है. पांच वर्षों में योजना पर खर्च किया जाना है तीन सौ करोड़ राज्य में वर्ष 2022-23 से मुख्यमंत्री डिजिटल हेल्थ योजना लागू की गयी है. योजना का कार्यकाल 2026-27 तक है. इस पूरी योजना पर करीब 300 करोड़ रुपये खर्च होने हैं. इस वर्ष योजना के रखरखाव और परिचालन के लिए 17.55 करोड़ की आवश्यकता को देखते हुए राशि की स्वीकृति दी गयी है. योजना के शुरुआती समय से अब तक इस पर 100 करोड़ खर्च किये गये हैं. प्रत्येक जिले में योजना पूरी तरह से प्रभावी होने के बाद सभी अस्पतालों में सातों दिन 24 घंटे आपातकालीन चिकित्सा सुविधा और विशेषज्ञ डाक्टरों का परामर्श मिलने लगेगा. राज्य की जनता की स्वास्थ्य की मानीटरिंग हो सकेगी. पूरी तरह से डिजिटल योजना प्रभावी होने के बाद रोगियों को इलाज के लिए अपने साथ इलाज के दस्तावेज लेकर नहीं आने होंगे. महज एक क्लिक पर डाक्टर उनकी पूरी स्वास्थ्य कुंडली देख सकेंगे.
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