निरसा.
इसीएल के सीएमडी समीरन दत्ता ने मंगलवार को मुगमा एरिया का दौरा किया. उन्होंने वर्ष 2024-25 में मुख्यालय द्वारा दिये गये टारगेट को पूरा करने का निर्देश स्थानीय अधिकारियों को दिया. साथ ही, कोयला खनन में आ रही समस्याओं को दूर करने का निर्देश दिया. सीएमडी के साथ डीटी (ओपी) निलांद्री राय सहित अन्य अधिकारी शामिल थे. सीएमडी ने बैजना कोलियरी स्थित खुसरी पैच का निरीक्षण किया. उन्होंने नक्शे का अवलोकन कर ओबी व रिजर्व कोयले की जानकारी ली. साथ ही, कई दिशा निर्देश दिये. अधिकारियों ने कहा कि आउटसोर्सिंग कंपनी को इस वर्ष पांच लाख 24 मैट्रीक टन कोयला खनन का लक्ष्य दिया गया है. मौके पर इसीएल मुगमा जीएम श्रीआनंद, सीबीएच ग्रुप के अभिकर्ता सतानंद शर्मा, एपीएम रति मोहन शर्मा, बाबूलाल पांडेय सहित एरिया सर्वे विभाग के अधिकारी व अन्य उपस्थित थे. रैयतों का मामला जल्द सलटाएं : सीएमडी श्री दत्ता ने स्थानीय प्रबंधन को रैयतों सहित अन्य मामलों का जल्द निष्पादन करने का निर्देश दिया. ओसीपी में सीआइएसएफ की तैनाती, इसीएल सुरक्षा गार्ड को तैनात करते हुए पेट्रोलिंग बढ़ाने का निर्देश दिया. ओसीपी परिसर स्थित कोल डंप को अन्य शिफ्ट करने को कहा. आउटसोर्सिंग के चारों होल रोड का निर्माण करने का निर्देश दिया. ओसीपी विस्तारीकरण के लिए रैयतों की 27 एकड़ जमीन अधिग्रहण किया गया है. इसमें दो रैयतों को नियोजन दिया गया है. बाकी दो को नियोजन देने की प्रक्रिया चल रही है. जिनकी दो एकड़ से कम जमीन है उनका मामला फंसा हुआ है. ओसीपी के निकट एक सरकारी सड़क भी बाधक बन रही है.जमीन की समस्या से उत्पादन बाधित : कोयला व ओबी उत्पादन के लिए आरबीए (डेको) कंपनी को 18 माह का टेंडर दिया गया है. इसमें पांच लाख 24 हजार मीट्रिक टन कोयला का उत्पादन करना है. जबकि 39 लाख 85 हजार मीट्रिक किवी मीटर ओबीआर खनन का लक्ष्य दिया गया है. इसमें अबतक कंपनी द्वारा 45 हजार मीट्रिक टन कोयला का खनन किया गया है.
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