फाइल- 5- सरेंजा-पुरौंदा सड़क पर पैदल चलना मुश्किल, 26 जून- फोटो- 4- जर्जर सड़क चौसा. प्रखंड के चौसा-कोचस मुख्यमार्ग से सरेंजा मोड़ से पुरोंदा चौबे की छावनी को जानेवाली सड़क पर पिछले पांच सालों से दर्जनों जगहों पर क्षतिग्रस्त हो गड्ढों में तब्दील हो चुकी है. ग्रामीणों ने बताया कि विगत पांच साल पूर्व पथ निर्माण ग्रामीण कार्य विभाग-2 के द्वारा कोचस मार्ग के सरेंजा से पुरौंदा गांव तक लाखों की लागत उक्त मार्ग की मरम्मत व कालीकरण किया गया था. परंतु उक्त सड़क बनने के छह माह में ही दर्जनों जगह उखड़ कर गड्ढों में तब्दील हो गयी थी. जो आज कई जगहों पर जानलेवा गड्ढा बन चुका है. श्रीराम सिंह, मुना यादव, गोपाल चौहान, मुना राम, उपेंद्र कुमार, मोहन चौहान आदि ग्रामीणों का कहना है कि पिछले पांच सालों से मरम्मत के अभाव में उक्त सड़क पर कई जगहों पर गड्ढा हो गया है जिससे सड़क पर पैदल चलना भी मुश्किल हो चुका है. सरेंजा मोड़ के पास तो उक्त पथ की स्थिति और विकराल हो गई है. जहां पर हल्की सी बारिश में घुटने भर पानी जमा हो जाता है. और लोग पानी में गुजरते हुए अपने गांव में जाने को मजबूर है. गौरतलब हो कि कोचस की ओर से रामगढ़ व मोहनियां आने जाने वालों के लिए उक्त सड़क से समय की काफी बचत होती है और लोग चौसा मोहनियां मार्ग से बीचो बीच सरेंजा के पास कोचस मार्ग पर पंहुच जाते हैं. लोगों ने गड्ढों में जिला प्रशासन से तब्दील हो चुके इस सड़क की मरम्मत कराने की मांग की है.
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