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अकादमिक बैंक ऑफ क्रेडिट (एबीसी) में मुंगेर विश्वविद्यालय तीसरे स्थान पर

एमयू ने अपने स्नातक के दो सत्रों के 26,957 विद्यार्थियों का सर्टिफिकेट किया अपलोड

एमयू ने अपने स्नातक के दो सत्रों के 26,957 विद्यार्थियों का सर्टिफिकेट किया अपलोड, प्रतिनिधि, मुंगेर. यूजीसी के गाइडलाइन के अनुसार मुंगेर विश्वविद्यालय द्वारा अकादमिक बैंक ऑफ क्रेडिट (एबीसी) को लेकर अपने विद्यार्थियों के सर्टिफिकेट व अन्य दस्तावेजों को डिजी लॉकर पर ऑनलाइन करने की प्रक्रिया शुरू कर दी गयी है. जिसमें मुंगेर विश्वविद्यालय जहां सूबे के सभी पारंपरिक विश्वविद्यालयों में तीसरे स्थान पर है. वहीं तकनीकी विश्वविद्यालयों को मिलाकर भी मुंगेर विश्वविद्यालय सूबे में चौथे स्थान पर है. एमयू के अकादमिक बैंक ऑफ क्रेडिट (एबीसी) के नोडल अधिकारी डॉ सूरज कोनार ने बताया कि मंगलवार को उच्च शिक्षा विभाग द्वारा एबीसी को लेकर ऑनलाइन समीक्षा बैठक की गयी थी. जिसमें अकादमिक बैंक ऑफ क्रेडिट के क्रियान्वयन की समीक्षा की गयी. इस बैठक में एमयू के कुलसचिव कर्नल विजय कुमार ठाकुर भी शामिल थे. इसमें बताया गया कि एबीसी के संचालन में सूबे के पारंपरिक विश्वविद्यालयों में मुंगेर विश्वविद्यालय तीसरे स्थान पर है. उन्होंने बताया कि विश्वविद्यालय द्वारा अबतक सत्र 2018-21 तथा सत्र 2019-22 स्नातक के दो सत्रों में कुल 26,957 विद्यार्थियों के सर्टिफिकेट को अकादमिक बैंक ऑफ क्रेडिट (एबीसी) के माध्यम से डिजी लॉकर पर अपलोड कर दिया गया है. जबकि विश्वविद्यालय में उक्त सत्र के कुल 600 विद्यार्थियों का डिजी लॉकर पर एबीसी अकाउंट भी बना दिया गया है. उन्होंने बताया कि पीजी के सत्र 2018-20 के दौरान ऑनलाइन प्रक्रिया संचालित नहीं होने के कारण कुछ तकनीकी परेशानी है. जिसे जल्द ही दूर कर पीजी के सत्रों के विद्यार्थियों के सर्टिफिकेट को भी एबीसी पर अपलोड कर दिया जायेगा.

क्या है एबीसी अकाउंट

एमयू के कुलसचिव कर्नल विजय कुमार ठाकुर ने बताया कि अकादमिक बैंक ऑफ क्रेडिट एक डिजिटल माध्यम है. जिसपर विद्यार्थियों को अपना अकाउंट बनाना होगा. इसके बाद विश्वविद्यालय द्वारा इस पर अपडेट किये गये अपने सर्टिफिकेट को विद्यार्थी कहीं से भी संचालित कर सकते हैं तथा आवश्यकता पड़ने पर अपने फोन के माध्यम से भी अपना सर्टिफिकेट प्राप्त कर सकते है. उन्होंने बताया कि इससे विद्यार्थियों को अपना सर्टिफिकेट लेकर कहीं आना-जाना नहीं पड़ेगा. इसके लिये विद्यार्थी मोबाइल नंबर और आधार नंबर के जरिये अपना अकाउंट बना सकते हैं. जिसमें विद्यार्थियों को दस्तावेज खोजें पर जाकर शिक्षा अनुभाग पर जाना होगा. जहां एबीसी (अकादमिक बैंक ऑफ क्रेडिट) पर विद्यार्थियों को अपना जन्म तिथि, लिंग, रोल नंबर, प्रवेश वर्ष संस्थान का नाम सहित अन्य विवरण भरना होगा. जिसके बाद विद्यार्थियों को एक एबीसी आईडी मिलेगी. जिसके जरिये विद्यार्थी अपना प्रमाण पत्र डाउनलोड या देख पायेंगे. उन्होंने बताया कि इसके लिये सभी कॉलेजों, विभागाध्यक्षों व बीएड कॉलेजों को अनिवार्य रूप से विद्यार्थियों का डिजी लॉकर अकाउंट बनाने का निर्देश दिया गया है.

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