लखीसराय. अंतरराष्ट्रीय नशा निरोधक दिवस पर पर्यावरण भारती द्वारा बुधवार को पौधारोपण का कार्य चानन प्रखंड के बिछवे गांव में किया गया. पौधारोपण कार्यक्रम का नेतृत्व कर रहे पर्यावरण भारती के संस्थापक सह पर्यावरण संरक्षण गतिविधि के प्रांत संयोजक तथा अखिल भारतीय पेड़ उपक्रम टोली सदस्य रामविलास शांडिल्य ने कहा कि ग्लोबल वार्मिंग के कारण दुनियाभर में ग्लेशियर पिघल रहा है. इससे पर्यावरण असंतुलित हुआ है. पर्यावरण संरक्षण के लिए पौधारोपण अभियान संसार में सभी मानव को चलाना होगा. पर्यावरण असंतुलन के कारण प्राकृतिक आपदायें मानव जीवन को प्रभावित कर रही है. दिल्ली का तापमान 51 डिग्री, अमेरिका के न्यूयॉर्क में भी प्रचंड गर्मी हो गया था. आस्ट्रिया, इंग्लैंड में तापमान 36 डिग्री, ग्रीस में तापमान 45 डिग्री होने के कारण पर्यटन स्थल बंद कर दिये गये. उन्होंने कहा कि ग्लोबल वार्मिंग मानव जीवन के लिए खतरनाक है. सऊदी अरब में तापमान 51 डिग्री तथा हीटवेव के कारण 13 सौ मानव काल के गाल में समा गये. उनमें भारतीय मूल के 90 मानव थे. उन्होंने कहा कि जंगलों की अंधाधुंध कटाई के कारण ग्लोबल वार्मिंग हुआ है. इस लिए हमें इसकी भरपाई के लिए प्रत्येक व्यक्ति के द्वारा पौधारोपण कर उसे संरक्षित कर वृक्ष बनाने का काम करना चाहिए. तभी आने वाले समय में और अधिक समस्या से बचा जा सकता है. श्री शांडिल्य ने कहा कि दुनिया में मानव जीवन सुरक्षा हेतु 26 जून को अंतर्राष्ट्रीय नशा निषेध दिवस मनाया जाता है. इसका उद्देश्य है कि संसार के मानव को नशा के दुष्प्रभाव हेतु जागरूक करना. अतः कहा गया है ‘नशा नाश की जड़ है’ सभी तरह के नशा मानव के स्वास्थ्य तथा मानसिक पर बुरा प्रभाव डालता है. इससे प्रत्येक मनुष्य को बचना चाहिए. पर्यावरण भारती के पौधारोपण कार्यक्रम में सागर महतो, अरविंद कुमार, अवनीश कुमार, देव कुमार यादव, प्रेम प्रकाश, बादल कुमार, पीयूष कुमार, आशीष कुमार, मनीष कुमार, आयुष कुमार आदि शामिल थे.
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