बेरमो. झामुमो उलगुलान सह झारखंड आंदोलनकारी मोर्चा के केंद्रीय महासचिव बेनीलाल महतो ने बुधवार को फुसरो स्थित पार्टी कार्यालय में पत्रकारों से बातचीत में कहा कि सूबे के मुख्यमंत्री चंपाई सोरेन आदिवासियों और मूलवासियों ने मतभेद पैदा करना चाहते हैं. उन्होंने केंद्र सरकार से आदिवासी रेजिमेंट बनाने की मांग की है. यह गलत परंपरा को जन्म देगा. झारखंड में आदिवासियों से अधिक संख्या पिछड़ा, दलित, अल्पसंख्यकों की है. मुख्यमंत्री को आदिवासी-मूलवासी रेजिमेंट बनाने की मांग करनी चाहिए. आगे कहा कि झारखंड विरोधियों को सत्ता से उखाड़ फेंकने का समय आ गया है. पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने धनबाद, बोकारो, गिरिडीह जिला में शिक्षा और नियोजन में बिहारी भाषा को थोपने का प्रयास किया, लेकिन झारखंडियों ने मुंहतोड़ जवाब दिया. इसके बाद बोकारो और धनबाद से मगही, भोजपुरी और अंगिका भाषा को हटाना पड़ा, लेकिन अभी भी उर्दू भाषा को नहीं हटाया गया है. भाजपा बाबूलाल मरांडी के नेतृत्व में विधानसभा चुनाव लड़ना चाहती है, लेकिन उनका झारखंड आंदोलन में कोई योगदान नहीं है. केंद्र सरकार में झारखंड अलग राज्य आंदोलन में सबसे अधिक कुर्बानी देने वाले कुर्मी जाति के सांसद को मंत्रिमंडल में शामिल नहीं कर इसकी उपेक्षा की है.
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