ठाकुरगंज. सरकारी विद्यालयों की तर्ज पर अब प्राइवेट स्कूलों का निरीक्षण होगा.शिक्षा विभाग के पोर्टल पर बिना पंजीयन के चल रहे निजी स्कूलों पर निरीक्षण के दौरान ही नकेल कसी जाएगी. शिक्षा विभाग द्वारा जो निरीक्षण टीम सरकारी स्कूलों के लिए बनाई गई है, वहीं यह टीम सभी निजी स्कूलों का भी निरीक्षण करेगी.फिलहाल बीईओ को प्रखंड अंतर्गत मौजूद स्कूलों की जांच का निर्देश दिया गया है.अब निरीक्षण कर्मी भी स्कूलों की जांच करेंगे. निरीक्षण कर्मी जिस क्षेत्र में सरकारी स्कूल का निरीक्षण करने जाते हैं, उस क्षेत्र में उनके द्वारा एक सप्ताह में कम से कम 10 से 15 स्कूलों का निरीक्षण किया जायेगा. निरीक्षण रिपोर्ट जिला शिक्षा कार्यालय को देंगे.वहीं निरीक्षण के दौरान अगर किसी भी निजी स्कूल का पंजीयन शिक्षा विभाग में नहीं हुआ है, तो ऐसे स्कूलों को चिह्नित करते हुए उसे सील करने की प्रक्रिया शुरू की जायेगी.साथ ही निजी स्कूल प्रबंधन पर शिक्षा विभाग द्वारा तय की गयी राशि के अनुसार जुर्माना भी लगाया जायेगा.
निजी स्कूल से निरीक्षण कर्मी 15 विन्दुओं की लेंगे जानकारी
शिक्षा विभाग के द्वारा निजी स्कूलों के निरीक्षण को लेकर 15 तरह के कालम बनाकर एक फार्मेट जारी किया गया है. इसके तहत ही सभी जानकारियां निजी स्कूल से निरीक्षण कर्मी को लेनी होंगी.फार्मेंट के अनुसार निरीक्षण कर्मी निजी स्कूल से आरटीई के तहत नामांकन लेने वाले बच्चों की जानकारी, यू-डायस कोड, ई-संबंधन पोर्टल पर पंजीयन, कुल शिक्षक और कर्मी की संख्या, स्कूल की ओर से संचालित किए जाने वाले वाहनों का पंजीयन, वाहन के मानक, वाहन चालक की संख्या, स्कूल परिसर का क्षेत्र, अग्नि सुरक्षा, पानी की व्यवस्था, शौचालय की व्यवस्था की जांच करेंगे. जांच रिपोर्ट जिला शिक्षा पदाधिकारी को देंगे.
निजी स्कूल संचालकों में मचा हड़कंप
जिले में अभी तक कुछ ही निजी स्कूलों को प्रस्वीकृति मिली है.गैर कानूनी रूप से लगभग सैकड़ों स्कूल संचालित किये जा रहे है.इन स्कूलों में मानकों का पालन नहीं हो रहा है.अब विभाग द्वारा जारी आदेश के पालन करने से अवैध रूप से संचालित निजी स्कूलों पर अंकुश लगेगा.विभाग के इस फरमान से निजी स्कूलों के संचालकों में हड़कंप मच गया है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है