दरभंगा. डीएमसीएच परिसर स्थित सुपरस्पेशलिटी अस्पताल में गुरुवार से तीन नये विभागों में ओपीडी शुरू हो गया. इसमें नेफ्रोलॉजी, गेस्ट्रोएंट्राेलॉजी एवं न्यूरो सर्जरी विभाग शामिल है. तीनों विभाग में चिकित्सा प्रारंभ होने से मरीज व परिजनों ने खुशी जाहिर की. पहले दिन नेफ्रोलॉजी व गेस्ट्रोएंट्राेलॉजी विभाग में कुल 17 मरीजों ने डॉक्टर से सलाह लिया. इसमें 10 पुरुष व सात महिला मरीज थे. न्यूरो सर्जरी में आज एक भी मरीज नहीं पहुंचे. सुबह करीब 9.15 बजे सभी विभागों के चिकित्सक पहुंच गये थे. थोड़ी देर के बाद प्राचार्य डॉ केएन मिश्रा व अधीक्षक डॉ अलका झा विभाग पहुंचे तथा व्यवस्था का जायजा लिया. बताया गया कि सुबह करीब 10.05 बजे नेफ्रोलॉजी विभाग के लिये पहला रजिस्ट्रेशन हुआ. उसके बाद चिकित्सा प्रक्रिया आरंभ हुई. अंतिम रजिस्ट्रेशन दोपहर करीब 12 बजे हुआ. पहला मरीज बहादुरपुर से पहुंची थी. 18 वर्षीय चंद्रकला को किडनी की शिकायत थी. विभाग में उसने डॉक्टर से परामर्श लिया. कर्मियों से इंडोर व्यवस्था शुरू होने की जानकारी मांगी. अन्य लोगों ने मरीजों के लंबे उपचार के लिये जल्द से जल्द भर्ती की व्यवस्था करने की मांग की. प्रधानमंत्री स्वास्थ्य सुरक्षा योजना (पीएमएसएसवाई) के तीसरे चरण के तहत डीएमसीएच परिसर में 2016 में सुपर स्पेशलिटी अस्पताल का निर्माण शुरू किया गया था. इस परियोजना पर केंद्र और राज्य दोनों सरकारों द्वारा 150 करोड़ रुपये खर्च हुये हैं. अस्पताल शुरू होने से आमजनों को बेहतर उपचार के लिये अब बाहर नहीं जाना पड़ेगा. ग्राउंड फ्लोर पर डायरेक्टर ऑफिस, पीए रूम, डिप्टी मेडिकल सुपरीरेटेडेंट रूम, नर्सिंग सुपरीटेडेंट रूम, डिप्टी नर्सिंग सुपरीटेडेंट रूम, हॉस्पिटल ऑफिस फॉर सपोर्टिंग स्टाफ, रेडियोलॉजी डिपार्टमेंट होगा. प्रथम तल पर नियोनेटोलॉजी, गेस्ट्रोएंट्राेलॉजी एण्ड हेपेटोलॉजी विभाग होंगे. दूसरे तल पर नेफ्रोलॉजी, बर्न्स, प्लास्टिक एण्ड रिकंस्ट्रक्टिव सर्जरी, तीसरे तल पर न्यूरो सर्जरी, न्यूरोलॉजी होगा. चौथे तल पर कार्डियोलॉजी, सीटीभीएस आउट पेशेंट डिपार्टमेंट व अंतिम पांचवें तल पर ऑपरेशन थियेटर, कैथ लैब, एनेस्थेसियोलॉजी एवं इनटेसिव केयर यूनिट कॉम्प्लेक्स होगा. अस्पताल में कुल आठ विभाग होंगे. इसमें न्यूरोलॉजी, कार्डियोलॉजी, न्यूरो सर्जरी व नियोनेटोलॉजी, सीटीभीएस, बर्न एंड प्लास्टिक सर्जरी, गेस्ट्रोएंट्राेलॉजी, नेफ्रोलॉजी विभाग होगा. हर वार्ड में अत्याधुनिक 20 मुविंग बेड लगेंगे. प्राचार्य डॉ केएन मिश्रा ने बताया कि आखिरकार सुपरस्पेशलिटी अस्पताल में लंबे इंतजार के बाद चिकित्सा प्रक्रिया की शुरुआत हो गयी है. यहां मरीजों को बेहतर व्यवस्था दी जायेगी. अब जटिल रोगों के इलाज के लिए पटना नहीं जाना पड़ेगा. अधीक्षक डॉ अलका झा ने बताया कि सुपरस्पेशलिटी अस्पताल में ओपीडी शुरू होने से मरीज व परिजनों को लाभ मिलेगा. धीरे- धीरे चिकित्सा व्यवस्था बढ़ायी जायेगी.
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