बहादुरपुर. फेकला थाना क्षेत्र के गोढ़िया गांव में देसी शराब बनाने व बेचने के मामले में पुलिस ने छापेमारी कर तीन नामजद अभियुक्त को गिरफ्तार कर लिया. इसमें गोढ़िया निवासी कैलाश मुखिया की पत्नी रंजन देवी, रंजीत मुखिया की पत्नी रिमा देवी व पवन मुखिया शामिल है. इसकी पुष्टि करते हुए नव पदस्थापित थानाध्यक्ष पूजा कुमारी ने बताया कि तीनों आरोपितों को न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है. बता दें कि एसडीपीओ की जांच रिपोर्ट आते ही एसएसपी ने शराब की बिक्री पर अंकुश लगाने में असफल होने के कारण फेकला थानाध्यक्ष तृषा सैनी व चौकीदार विशुनदेव यादव को एक दिन पूर्व निलंबित कर दिया था. एसएसपी ने बताया कि फेकला थानाध्यक्ष के द्वारा समर्पित प्रतिवेदन के आधार पर चौकीदार को निलंबित किया गया. उन्होंने बताया कि चौकीदार को गोढ़िया घाट व पिंगी से संबंधित दैनिकी कार्य आवंटित किया गया था. इस कारण 23 जून को ग्रामीणों द्वारा गोढ़िया घाट में काफी मात्रा में देसी शराब बनाने में प्रयुक्त गुड़ व छोआ की बरामदगी की गयी. थानाध्यक्ष को बार-बार सूचना देने के बावजूद थाना स्तर से कोई उचित कार्रवाई नहीं की गयी. एसडीपीओ के द्वारा निष्पक्ष जांच रिपोर्ट दी गयी. समर्पित प्रतिवेदन के आलोक में फेकला थानाध्यक्ष को निलंबित कर पुलिस केंद्र दरभंगा में योगदान देने का आदेश दिया गया है. बता दें कि बरुआरा पंचायत में चुलाई बनाने वाले सामग्री को ध्वस्त करने व उठाने के लिए पहुंची पुलिस को देखते ही स्थानीय लोग आक्रोशित हो उठे थे. लोगों ने पुलिस के खिलाफ जमकर विरोध करते हुए हो-हंगामा शुरू कर दिया था. आक्रोशित लोगों ने स्थानीय चौकीदार की जमकर पिटाई भी कर दी थी. साथ ही थानाध्यक्ष के साथ भी अभद्र व्यवहार करते हुए धक्का-मुक्की शुरू कर दी थी. बहादुरपुर, सोनकी, पतोर थाना की पुलिस व बगल के मुखिया की तत्परता से आक्रोशित लोगों को शांत कराया गया था.
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