अनुपयोगी दवाओं के नाम हटेंगे संवाददाता,पटना स्वास्थ्य विभाग द्वारा तैयार आवश्यक दवाओं की सूची (इडीएल) संशोधित की जायेगी. इन दवाओं की सूची से उन दवाओं को हटाया जाना है, जिनका उपयोग अब नहीं हो रहा है. इसके बाद भी उन दवाओं को रेट कंट्रेक्ट हो चुका है और वह सूची में शामिल हैं. स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय ने सरकारी अस्पतालों में उपलब्ध करायी जानी वाली दवाओं की सूची की समीक्षा की. उन्होंने दवाओं के उपयोग और उसकी उपलब्धता के बारे में विभागीय पदाधिकारियों से जानकारी ली. सरकारी अस्पतालों में 380 प्रकार की दवाओं की आपूर्ति की जा रही है. इसमें करीब 70-80 प्रकार की दवाओं की या तो उपलब्धता नहीं है अथवा उसका परामर्श चिकित्सकों द्वारा नहीं दिया जाता है. इसे देखते हुए स्वास्थ्य मंत्री ने विभाग को दवाओं की सूची की समीक्षा कर वैसी सभी दवाओं को सूची से बाहर करने का निर्देश दिया है जो अब उपयोगी नहीं रही. सूत्रों का कहना है कि निदेशक प्रमुख की अध्यक्षता में इसको लेकर समीक्षा की जा रही है. जिन दवाओं की उपयोगिता नहीं रही है, उसे सूची से हटा दिया जायेगा.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है