प्रतिनिधि, नाथनगर
नाथनगर रेफरल अस्पताल में भर्ती गर्भवती महिलाओं को मिलनेवाला खाना करीब एक माह से बंद है. अस्पताल आये मरीजों को खाना के लिए भटकना पड़ रहा है. अस्पताल के आसपास कुछ अच्छा और पौष्टिक भोजन की दुकान नहीं है. कई गरीब लोग अस्पताल आते हैं जिसे पौष्टिक आहार, फल, दूध ,अंडा आदि खरीदने के पैसे नहीं होते. ऐसे में मरीजों और उसके परिजन परेशान हो रहे हैं. खाना उपलब्ध करानेवाली एजेंसी करीब एक माह से खाना नहीं दे रही है. मथुरापुर की मरीज पूजा कुमारी, मकंदपुर की सोनी कुमारी, दराधीबादरपुर की मनीषा कुमारी ने बताया कि वो लोग अस्पताल में भर्ती हैं. उन्हें खाना, नाश्ता कुछ भी नहीं मिला है. उधर अस्पताल प्रबंधन द्वारा एजेंसी को लगातार चिट्ठी लिखी जा रही है पर उसपर कोई सुनवाई नहीं हो रही है.एजेंसी पर न कार्रवाई हो रही और न खाना मिल रहा
जानकारी के मुताबिक ज्ञान भारती नाम की एजेंसी ने मरीजों को खाना उपलब्ध कराने का टेंडर लिया था. हालांकि सिविल सर्जन स्तर से न तो उस एजेंसी से खाना उपलब्ध कराया जा रहा है और न ही उसपर कार्रवाई कर दूसरी एजेंसी को बहाल किया जा रहा है. अस्पताल प्रबंधक जितेंद्र कुमार ने बताया कि आउटसोर्सिंग की वजह से मरीजों को खाना नहीं मिल पा रहा है. कई बार एजेंसी को इस संबंध में चिट्ठी लिखी गयी है बावजूद खाना उपलब्ध नहीं करा रही है. विभाग को भी इस संबंध में जानकारी दी गयी है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है