लोकसभा चुनाव संपन्न होने के बाद अब बिहार में आगामी विधानसभा चुनाव को लेकर सियासी दलों की तैयारी शुरू होने वाली है. इधर एनडीए में बड़े भाई की भूमिका में कौन होगा और किसके नेतृत्व में आगामी बिहार चुनाव लड़ा जाएगा, इसे लेकर बयानबाजी का दौर फिर एकबार शुरू हुआ है. भाजपा नेता अश्विनी कुमार चौबे ने हाल में एक बयान दिया जिससे सियासत गरमायी हुई है. अश्विनी चौबे ने इच्छा जतायी कि भाजपा के ही नेतृत्व में एनडीए चुनाव लड़े. जिसका जवाब जदयू के कद्दावर नेता सह बिहार सरकार के मंत्री मदन सहनी ने दिया है.
अश्विनी चौबे के बयान से गरमायी राजनीति
भाजपा नेता सह पूर्व केंद्रीय मंत्री अश्विनी चौबे को संगठन से जुड़े बीजेपी के पुराने नेता हैं. हाल में ही भागलपुर में उन्होंने मीडिया से बातचीत के दौरान बयान दिया कि वो चाहते हैं कि भाजपा के नेतृत्व में बिहार में सरकार बनना चाहिए. भाजपा अकेले अपने दम पर पूर्ण बहुमत हासिल करे और सरकार बनाए. अश्विनी चौबे के इस बयान से एनडीए के अंदर सियासी कानाफूसी भी शुरू हो चुकी थी. बयान के अलग-अलग मायने निकाले जाने लगे थे. वहीं अब जदयू के कद्दावर नेता ने इस बयान पर अपनी प्रतिक्रिया दी है.
जदयू ने बयान को हल्के में लिया, मदन सहनी ने दिया जवाब…
दिल्ली में जदयू के राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक शनिवार को होनी है. इस बैठक में शामिल होने के लिए बिहार सरकार के मंत्री सह जदयू नेता मदन सहनी दिल्ली रवाना हुए. शुक्रवार को पटना एयरपोर्ट पर मीडिया से बात करते हुए उन्होंने अश्विनी चौबे के बयान वाले सवाल पर भी अपनी प्रतिक्रिया दी. मदन सहनी ने अश्विनी चौबे के बयान को तवज्जो नहीं देने की ओर इशारा किया. उन्होंने कहा कि अश्विनी चौबे ना तो अभी सांसद हैं ना ही मंत्री हैं. इस स्थिति में लोग कुछ भी बोल सकते हैं. मंत्री ने कहा कि इसमें पार्टी फैसला करती है. एनडीए इसपर निर्णय लेगा. एक नेता के कहने मात्र से कुछ नहीं होता है.
क्या था अश्विनी चौबे का बयान…?
दरअसल, भाजपा नेता अश्विनी चौबे ने पिछले दिनों कहा था कि वो चाहते हैं कि भाजपा अपने दम पर बिहार में सरकार बनाए. भाजपा के नेतृत्व में एनडीए की सरकार बिहार में बने वो ऐसा चाहते हैं. उन्होंने कहा कि एनडीए के सहयोगी दल को भी भाजपा आगे बढ़ाए. इसके लिए भाजपा के हर कार्यकर्ता को अभी से लगना होगा. हम इसपर बिना किसी चाह के इस काम को करेंगे.
सीएम चेहरे को लेकर भी बोले चौबे
हालांकि मुख्यमंत्री का चेहरा कौन होगा और सीएम नीतीश कुमार की भूमिका क्या रहेगी. इसपर अश्विनी चौबे ने कहा कि हम नीतीश जी को साथ लेकर चल रहे थे. आज भी चल रहे हैं और आगे भी चलेंगे. मुख्यमंत्री का चेहरा चुनाव के बाद देखा जाएगा. ये सब केंद्र नेतृत्व तय करेगा. अश्विनी चौबे ने कहा था कि उन्होंने अपने नेतृत्व को भी अपनी इच्छा जतायी है. बता दें कि अश्विनी चौबे ने बक्सर से पिछली बार चुनाव लड़ा था और जीतकर नरेंद्र मोदी सरकार में मंत्री भी बने थे. इसबार उन्हें टिकट नहीं दिया गया. अश्विनी चौबे भागलपुर के विधायक भी रहे हैं और बिहार सरकार में भी मंत्री रह चुके हैं.