Bihar: बिहार के अररिया में जिला शिक्षा पदाधिकारी ने टोला सेवकों को लेकर अहम जानकारी दी है. उन्होंने कहा कि जुलाई में टोला सेवकों की परीक्षा ली जाएगी. अगर वह इस एग्जाम को पास नहीं कर पाते हैं तो उन्हें सेवा मुक्त कर दिया जाएगा.डीईओ ने गुरुवार को फारबिसगंज प्रखंड के शिक्षा सेवक व तालीमी मरकज एवं बीआरसी के पदाधिकारियों के साथ बैठक की. जिसमें यह बात स्पष्ट कर दी गई कि एग्जाम पास नहीं करने वाले टोला सेवक हटाए जाएंगे.
शिक्षा सेवकों का परफॉर्मेंस बेहतर नहीं होगा तो होंगे सेवा मुक्त
बैठक में डीईओ ने डीपीओ को निर्देश दिया है कि सभी बीआरसी में प्रमाणित कर उपस्थिति पंजी उपलब्ध कराएं, ताकि सभी शिक्षा सेवक उक्त पंजी पर ही अपना हस्ताक्षर दर्ज करें. ये लोग मार्गदर्शिका के अनुसार काम हीं करेंगे. उन्होंने साफ कर दिया कि जिन शिक्षा सेवकों का परफॉर्मेंस बेहतर नहीं होगा उन्हें सेवा मुक्त कर दिया जाएगा. डीईओ ने कहा कि जुलाई में हमलोग एग्जाम लेंगे. जो टोला सेवक पास नहीं करेंगे उसे हटाया जाएगा.
उपस्थिति विवरणी केआरपी के पास जमा करें
डीईओ ने कहा कि परीक्षा के माध्यम से यह जानने का प्रयास करेंगे कि वह बच्चों और महिलाओं को कैसे और क्या पढ़ाते हैं. यह भी निर्देश दिया गया कि सभी शिक्षा सेवक, तालीमी मरकज हर माह की तीन तारीख तक उपस्थिति विवरणी केआरपी के पास जमा करेंगे. इसके बाद केआरपी का दायित्व होगा कि वे जिला कार्यालय में उपस्थिति विवरणी जमा करेंगे.
शिक्षा सेवक, तालीमी मरकज ईमानदारी से काम करें
डीपीओ ने कहा कि सभी शिक्षा सेवक-तालीमी मरकज अपने दायित्वों का ईमानदारी से निर्वहन करें. अगर कोई समस्या है तो उन्हें सूचित करें. महिलाओं और बच्चों के केंद्र संचालन में किसी भी प्रकार की कोताही बर्दाश्त नहीं की जाएगी.
उन्होंने कहा कि जो शिक्षा सेवक काम नहीं करेंगे वे दूसरा काम तलाश लें. मौके पर डीईओ, डीपीओ, एसआरपी, केआरपी सहित प्रखंड के सभी तालीमी मरकज व शिक्षा सेवक मौजूद थे.