सिमराहा. फारबिसगंज प्रखंड के पूर्वी व उत्तरी भाग के कई गांवों में बाढ़ का पानी फैल गया है. जहां शुक्रवार के दिन पूर्व जिप सदस्य सह भाजपा नेता ने बाढ़ क्षेत्र का दौरा किया. वहीं खवासपुर फारबिसगंज के मुख्य मार्ग पर पानी के तेज बहाव के कारण मार्ग अवरुद्ध हो गया है. सड़क का कटाव भी जारी है. इसी बीच एक ई रिक्शा सवारी सहित सड़क पर चल रहे तेज पानी के बहाव में अचानक से पलट गया. जिसमें बच्चे व बूढ़े सवार थे. पूर्व जिप सदस्य सह भाजपा नेता के सहयोग से ई रिक्शा को पानी से निकाला गया. यात्रियों को पानी से बाहर करके सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया. जानकारी के अनुसार अभी तक बाढ़ के पानी में दो लोग डूब चुके हैं.
नदियों के जलस्तर में वृद्धि से निचले हिस्से में फैला पानी
फारबिसगंज.
नेपाल की तराई में लगातार हो रही बारिश से परमान व कमला आदि नदियों के जलस्तर में लगातार वृद्धि हो रही है. प्रखंड क्षेत्र के कुशमाहा, पिपरा, अम्हारा, रमैय, खवासपुर, हलहलिया, तिरस्कुंड, लहसुनगंज आदि पंचायतों में नदियों के जलस्तर में वृद्धि से निचले हिस्से में पानी फैलने लगा है. लगातार हो रही वर्षा से पूर्वी इलाके मैं लोगों का चलना दुर्लभ हो गया है. नदियों के जलस्तर में वृद्धि से लोगों को आवागमन में परेशानी हो रही है. पूर्वी इलाके का महत्वपूर्ण सड़क फारबिसगंज- अम्हारा- खवासपुर- मुरबल्ला सड़क मार्ग की स्थिति बदतर हो गयी है. राजनेताओं द्वारा हर साल इस सड़क को लेकर राजनीति की जाती है. लेकिन बारिश के मौसम में ढाक के तीन पात साबित हो रहा है. नेताओं का आश्वासन. लगातार हो रही बारिश से सड़क पर दो से ढाई फीट पानी बह रहा है. पिछले एक हफ्ते से हो रही बारिश से पानी बढ़ने का सिलसिला लगातार जारी है. ग्रामीणों को कच्ची सड़क की जर्जर स्थिति से निजात नहीं मिल पाने से जनप्रतिनिधियों के प्रति लोगों में आक्रोश बढ़ता जा रहा है. प्रखंड के पूर्वी व उत्तरी में कई गांवों में बाढ़ का पानी फैला हुआ है. पनार नदी के उफनाने से किसानों की समस्याएं बढ़ गयी है. खेतों में पानी भर जाने से खरीफ फसल प्रभावित हो रही है.बारिश के पानी से सड़क ध्वस्त, आवागमन बाधित
सिकटी.
प्रखंड क्षेत्र स्थित धाता गांव से दक्षिण कुचाह गांव जाने वाली पीसीसी सड़क जो वार्ड संख्या तीन स्थित मध्य विद्यालय कुचहा धाता से होते हुए टेढ़ागाछ सीमा को जोड़ती है. बारिश की पानी का सड़क से नीचे बहने के कारण मिट्टी कटने से सड़क ध्वस्त हो गयी है. जिससे लोगों को आने जाने में परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. स्वच्छता प्रेरक कुचहा नदीम अनबर ने बताया कि टेढ़ागाछ प्रखंड की सीमा से लगी इस सड़क का निर्माण सीमा क्षेत्र विकास कार्यक्रम अंतर्गत 2017-18 में हुआ था. जिसका शिलान्यास तत्कालीन सांसद सरफराज आलम व विधायक विजय कुमार मंडल ने संयुक्त रूप से किया था. इस सड़क के बनाने का उद्देश्य था कि भारत-नेपाल अंतरराष्ट्रीय सीमा से सटे गांव का समुचित विकास हो व मुख्य धारा में जुड़ सके. जबकि सड़क के दोनों किनारे समुचित ढंग से मिट्टी व बेड मिशाली नहीं डाली गयी. जिसकी परिणति बरसात में धीरे धीरे सड़क के आधार की मिट्टी कट जाने के कारण भीतर खोखला हो जाने से सड़क ध्वस्त हो गया है. जिससे आवागमन बाधित हो गया है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है