करायपरसुराय. प्रखंड से गुजरने वाली लोकाइन नदी, भूतही नदी व करूआ नदी का अस्तित्व सिमटता जा रहा है. नदियों का जलस्तर का स्रोत नहीं होने से नदी का अस्तित्व खत्म हो रहा है. वहीं लोकाइन नदी, भूतही नदी व करूआ नदी से भारी मात्रा में अवैध मिट्टी बालू निकासी और जल स्तर नहीं होने से, गुजरने वाली नदी अब नाला का रूप ले चुका है. जिससे आसपास के गांव का जलस्तर काफी नीचे चला गया है. वहीं आसपास दर्जनों गांव का क्षेत्र प्रभावित है. करीब 20 साल पहले फल्गु नदी से इन नदियों में जून महीने से जल का स्रोत हो जाता था और सालों भर अपनी होती थी, सोने के कन जैसा चारों तरफ बालू ही बालू दिखाई देता था. नदी की चौड़ाई व जलस्तर को देख लोग यहां के लोग बरसात के दिनो में अधिकतर जुड़ने वाले गांव जलमग्न हो जाते थे. जब से बालू माफियाओं की नजर लोकाइन नदी, भूतही नदी, करुआ नदी पर पड़ते ही क्षेत्र के लिए बुरा दिन शुरू हो गया. लंबी-चौड़ी नदी एक नाले के रूप में बह रही है. प्रखंड की सबसे फल्गु से जुड़ने वाले लोकाइन नदी और कारुआ नदी का नाम आता है. यह काफी लंबी-चौड़ी नदी थी, लेकिन पिछले कुछ वर्षों से नदी में जलस्तर नहीं होने से और बालू माफिया के उठाव के कारण उसका अस्तित्व सिमटता जा रहा है. जिससे नदी के किनारे पड़ने वाले गांव में जलस्तर नीचे चला गया है. बहौदी बीघा गांव निवासी पूर्व मुखिया चंदेश्वर प्रसाद और ग्रामीणों का कहना है पहले भी लोकाइन नदी में जलस्तर बरसात के मौसम में आते थे तो आसपास के इलाकों में पूरी तरह से जलजमाव हो जाता था और महीनों आसपास के क्षेत्र जलमग्न रहता था. जब से जहानाबाद क्षेत्र में उदयरा स्थान के पास बराज बना है . जब से इन नदियों में पानी की स्त्रोत बंद हो गया है. अधिक बरसात होने पर हल्का पानी आता है . उसके बाद सभी नदियां हामेश सूखी रहती हैं. जिससे आसपास के क्षेत्र में जल संकट का विशेष समस्या बनकर रह गई है .पिछले दो तीन वर्षों से लोकाइन नदी में जेसीबी मशीन से बालू माफिया का अड्डा बनकर रह गया है . प्रशासन की कार्रवाई नाममात्र की होती है. नदी से भारी मात्रा में बालू उठाव के कारण पूरे क्षेत्र का जलस्तर काफी नीचे चला गया है. जहानाबाद उदेरा स्थान बराज नहीं खुला तो नदियां हो जाएगी नष्ट जब से जहानाबाद जिला अस्तित्व उदयरा स्थान बराज बना है जब से प्रखंड क्षेत्र में गुजरने वाली लोकाइन नदी, भूतही नदी, करुआ नदी का अस्तित्व खतरे में पड़ गया है. इसको लेकर ग्रामीण एवं हिलसा के विधायक कृष्ण मुरारी शरण उर्फ प्रेम मुखिया पूर्व में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से व हाल ही में राजगीर के कन्वेंशन सेंटर में आपदा प्रबंधन के टास्क फोर्स की बैठक में इन समस्याओं को लेकर अपनी बात रख चुके हैं. उन्होंने कहा है कि बराज नहीं खुलने से हिलसा प्रखंड एवं करायपरसुराय प्रखंड क्षेत्रों में गुजरने वाली नदियों का अस्तित्व बिल्कुल समाप्त हो चुकी है और इन क्षेत्रों में जलसंकट का रूप ले चुका है. समय रहते इन समस्याओं का हल नहीं किया गया तो आने वाले दिनों में किसानों के लिए विकराल संकट उत्पन्न होगा .
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