अररिया. केंद्र सरकार ने देश में अत्यंत पिछड़े जिले व प्रखंडों में सेवा वितरण व शासन स्तर में सुधार के उद्देश्य से संपूर्णता अभियान की शुरूआत की है. ऐसे चिह्नित इलाकों में विकास संबंधी निर्धारित लक्ष्यों की प्राप्ति के लिए नीति आयोग ने छह इंडिकेटरों का निर्धारण करते हुए विकासात्मक गतिविधियों को बढ़ावा दिया जाना है. इसमें नीति आयोग द्वारा संचालित आकांक्षी जिला कार्यक्रम के तहत चिह्नित अररिया जिला व आकांक्षी प्रखंड कार्यक्रम के तहत चिह्नित जिले में एकमात्र प्रखंड पलासी भी शामिल है. संपूर्णता अभियान के तहत नीति आयोग ने मधुमेह, रक्तचाप, की जांच से लेकर माध्यमिक विद्यालयों में पाठ्य पुस्तकों की उपलब्धता का आकलन करते हुए इसमें अपेक्षित सुधार लाना कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य है. अभियान के सफल क्रियान्वयन को लेकर शुक्रवार को जिलाधिकारी इनायत खान की अध्यक्षता में संबंधित अधिकारियों की विशेष बैठक समाहरणालय स्थित आत्मन सभागार में आयोजित की गयी. इसमें सिविल सर्जन डॉ विधानचंद्र सिंह, डीआइओ डॉ मोईज, सहित डीपीओ आईसीडीएस, डीपीओ जीविका, डीएओ सहित नीति आयोग के सहयोगी संस्था पिरामल फाउंडेशन सहित संबंधित अन्य विभागीय अधिकारियों ने भाग लिया. तीन माह के लिए करें विस्तृत कार्ययोजना तैयार जिलाधिकारी इनायत खान ने बताया कि जिले में संपूर्णता अभियान आगामी 04 जुलाई को लांच किया जायेगा. अभियान की सफलता को लेकर उन्होंने संबंधित अधिकारियों को जिला, प्रखंड व पंचायत स्तर पर विस्तृत कार्ययोजना के निर्माण का आदेश दिया. उन्होंने अधिकारियों को विभागीय अधिकारियों को अभियान के सफल क्रियान्वयन को लेकर आगामी तीन माह का विस्तृत कार्ययोजना व इसके तहत आयोजित विभिन्न गतिविधियों का विस्तृत रूपरेखा तैयार करने के लिये निर्देशित किया. जो निर्धारित इंडिकेटर के तय मानकों की प्राप्ति में सहायक होगा. एएनसी मामलों में सुधार के लिए सर्वे रजिस्टर व ड्यू लिस्ट को करें अपडेट संर्पूणता अभियान के तहत स्वास्थ्य व पोषण संबंधी इंडिकेटरों पर चर्चा करते हुए जिलाधिकारी ने प्रथम तिमाही के अंदर प्रसव पूर्व देखभाल यानी एएनसी के गर्भवती महिलाओं के पंजीकृत करने के मामले में सुधार को लेकर पीएचसी स्तर पर सभी एएनएम, आशा, आंगनाड़ी कार्यकर्ताओं के लिए उन्मुखीकरण कार्यशाला के आयोजन का निर्देश उन्होंने संबंधित अधिकारियों को दिया. जिलाधिकारी ने उक्त इंडिकेटर के तहत बेहतर उपलब्धि के लिए पहली तिमाही में गर्भवती महिलाओं की पहचान के लिए सर्वेक्षण व ड्यू लिस्ट को अद्यतन किये जाने पर ध्यान केंद्रित किया जाये. इसके साथ ही पूर्ण टीकाकरण मामलो में सुधार के लिए 09 से 11 माह तक के बच्चों के लिए बीसीजी, डीपीटी3, पेंटा3, मीजल्स 1 टीकाकरण सुनिश्चित कराने के उद्देश्य से उन्होंने ड्यूलिस्ट व सर्वे रजिस्ट्रर को अपडेट करने के लिये निर्देशित किया. इसके लिए विस्तृत कार्ययोजना तैयार करने पर उन्होंने जोर दिया. इसके लिये जिले के माध्यमिक विद्यालयों में शिक्षा विभाग से समन्वय स्थापित करते हुए ड्राइिंग व निबंध प्रतियोगिता के आयोजन का निर्देश जिलाधिकारी ने बैठक में दिया.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है