बीरभूम. बीरभूम में सरकारी जमीन आठ लाख रुपये में बिक रही है. बीरभूम जिला तृणमूल के कोर कमेटी सदस्यों में से एक सुदीप्त घोष, जो अनुब्रत मंडल के करीबी रहे हैं, के फेसबुक पोस्ट को लेकर विवाद शुरू हो गया है. भाजपा का कटाक्ष है कि तृणमूल काल में ही सरकारी जमीनें बेची जा रही हैं. बीरभूम जिला तृणमूल कांग्रेस के कोर कमेटी सदस्यों में से एक सुदीप्त घोष के फेसबुक पोस्ट को लेकर विवाद खड़ा हो गया है. सुदीप्त घोष ने अपने फेसबुक पेज पर लिखा है ‘ मुझे आश्चर्य है कि सरकारी जमीन 5-6 लाख रुपये से लेकर आठ लाख रुपये तक बेची जा रही है. इस पर सख्ती से कार्रवाई होनी चाहिए. अनुब्रत मंडल के बीरभूम में सरकारी जमीन आठ लाख रुपये में बेची जा रही है. मुख्यमंत्री ममता बनर्जी खुद जिले की प्रभारी हैं. सरकारी जमीन बेचना बड़ा अपराध है. तो फिर सरकारी जमीन को करोड़ों रुपये में बेचने के पीछे किसका समर्थन है? इसे लेकर राजनीतिक स्तर पर कई सवाल उठने लगे हैं. हालांकि, तृणमूल नेता ने फेसबुक पोस्ट में इस बारे में कोई विशेष जानकारी नहीं दी है. हालांकि भाजपा के जिलाध्यक्ष ध्रुव साहा का दावा है कि सरकार तृणमूल की है. नगर पंचायत जिला परिषद के सभी कार्यालयों पर तृणमूल कांग्रेस का कब्जा है. लेकिन जिले के पहले नेता सुदीप्त घोष फेसबुक पर लिख रहे हैं कि सरकारी जमीन लाखों रुपये में बेची जा रही है. तो कौन बेच रहा है? क्या इसके पीछे जिले के कुछ तृणमूल के नेताओं की जेबें गर्म हो रही हैं? इस पोस्ट के बाद जिले में राजनीतिक माहौल गरमा गया है.
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