पूर्णिया. राजकीय चिकित्सा महाविद्यालय एवं अस्पताल परिसर में एक बार फिर से कचरा डंपिंग का काम शुरू हो गया है. सफाई कर्मी द्वारा लगातार मेडिकल कचरे के अलावा अस्पताल की गंदगियां और भोज्य पदार्थ वहां जमा किये जा रहे हैं जिस वजह से उक्त स्थान के आस पास उठती दुर्गंध से लोग परेशान हैं. बताते चलें कि यह वही जगह है जहां पहले भी लम्बे समय तक कचरों को जमा किया गया था. अस्पताल में अवस्थित महिला बर्न वार्ड बिल्डिंग के अगल बगल, न सिर्फ अस्पताल का मेडिकल कचरा ही जमा किया जा रहा है बल्कि उनमें सड़े गले भोज्य पदार्थ भरे पड़े हैं. मालूम हो कि महिला बर्न वार्ड बिल्डिंग में दो और विभाग के कार्यालय स्थापित हैं जहां सम्बंधित मरीजों को दवाइयां और मेडिकल सुविधाएं दी जातीं हैं. इन कार्यालयों में कुष्ठ निवारण कार्यालय तथा एआरटी सेंटर शामिल हैं. इनके अलावा कचरा भण्डार के ठीक सटे ऑक्सीजन प्लांट भी अवस्थित है. हैरत तो इस बात को लेकर होती है कि जिस निजी कंपनी को अस्पताल की साफ़ सफाई से लेकर कचरा निस्तारण तक के लिए हर माह बड़ी रकम की अदायगी की जाती है खुद उनके ही द्वारा अस्पताल परिसर में सेंसेटिव बर्न वार्ड के मरीजों के निकट संक्रमण फैलाने के लिए कचरा डम्प कर दिया गया है. कुष्ठ निवारण कार्यालय तथा एआरटी सेंटर में कार्यरत लोगों का भी कहना है कि पूर्व में भी इसी स्थान पर लम्बे समय तक कचरा डंप किया गया था जिसके बारे में चारो और मीडिया में बात आने के बाद उसे साफ़ कराया गया था लेकिन एक बार फिर उसी स्थान पर अस्पताल के कचरों को इकट्ठा किया जा रहा है जिससे यहां आने जाने वाले हर व्यक्ति को किसी न किसी तरह की स्वास्थ्य समस्या हो सकती है. फोटो –29 पूर्णिया 22- जीएमसीएच स्थित महिला बर्न वार्ड के अगल बगल जमा कचरा
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है