लखीसराय. जिले के सभी 810 सरकारी विद्यालयों में कार्यरत पांच हजार 759 शिक्षकों को 25 जून से ही स्मार्ट फोन के जरिये ई-शिक्षा कोष पोर्टल पर हाजिरी बनाने की प्रक्रिया शुरू की गयी है. सरकारी विद्यालय के शिक्षकों की सुविधा के लिए ई-शिक्षा कोष पोर्टल पर ऑनलाइन अटेंडेंस का निर्देश गुरु जी के लिए जी का जंजाल बन गया है. जबकि राज्य मुख्यालय से एक जुलाई से इसे और अनिवार्य बनाने का निर्देश जारी किया गया है. इन दिनों पोर्टल पर हाजिरी बनाने में गुरु जी का पसीना छूट रहा है. जिला शिक्षा कार्यालय से शनिवार को जारी एक रिपोर्ट के अनुसार 810 विद्यालयों में 260 निर्धारित पोर्टल पर अटेंडेंस के मामले में पिछड़ा हुआ है. ऐसे में जिला शिक्षा पदाधिकारी यदुवंश राम द्वारा स्थापना डीपीओ संजय कुमार के निर्देशन में अटेंडेंस को लेकर तकनीकी समस्या के समाधान के लिए अलग-अलग प्रखंड में अलग-अलग पदाधिकारी को दायित्व सौंपा गया है. मिली जानकारी के अनुसार कई शिक्षकों को ई-शिक्षा कोष पोर्टल पर पासवर्ड, यूजर आईडी भरने, लॉग इन करने में कठिनाई हो रही है. इस प्रक्रिया के लागू हुए पांच दिन के बाद भी पांच हजार 759 शिक्षक में से 3665 शिक्षक स्मार्ट फोन से हाजिरी बनाने में असमर्थता जतायी है. कतिपय कारणों से ऑनलाइन हाजिरी बनाने में दिक्कत हो रही है. ऐसे में इन दिनों शैक्षणिक संस्थानों में शैक्षणिक कार्य के बजाय अटेंडेंस पर ही ध्यान केंद्रित है. क्योंकि एक जुलाई सोमवार से इसमें कोताही बरते जाने पर वेतन रोकने का भी निर्देश जारी कर दिया गया है. वहीं पठन-पाठन कार्य का भी नया समय सारणी निर्धारित किया गया है. जिसके अनुसार सोमवार से नौ बजे सुबह से शाम साढ़े चार बजे तक विद्यालय संचालित किया जायेगा. सरकारी विद्यालयों में कार्यरत प्रधानाध्यापक, शिक्षक, शिक्षकेत्तर कर्मियों की तकनीक आधारित ई-शिक्षा कोष एप पर उपस्थिति दर्ज के संबंध में किसी प्रकार की तकनीकी समस्या का समाधान हेतु डीपीओ स्थापना संजय कुमार के निर्देशन में प्रखंड वार सौंपे गये दायित्व के अनुसार जिला स्तर पर डीपीओ के साथ सहायक के रूप मे स्थापना लिपिक मो. कमाल अशरफ, समग्र शिक्षा के कार्यक्रम सहायक मो. अतिकुर रहमान, प्रोग्रामर प्रियंका कुमारी स्थापना के डाटा इंट्री ऑपरेटर अमित कुमार को दिया गया है जबकि सदर प्रखंड समेत सभी प्रखंड के लिए बीपीएम लोगों को अपने-अपने प्रखंड के विद्यालयों का स्थिति में सुधार का कार्यभार सौंपा गया है. इस संबंध में सरकारी विद्यालयों में कार्यरत प्रधानाध्यापक, शिक्षक, शिक्षकेत्तर कर्मियों को भी प्रतिलिपि भेज कर यह निर्देशित किया गया है कि तकनीकी आधारित ई-शिक्षा कोष एप पर उपस्थिति दर्ज करने के क्रम में तकनीकी समस्याओं के समाधान के लिए अपने-अपने प्रखंड के बीपीएम से संपर्क स्थापित करते हुए ई-शिक्षा कोष एप पर उपस्थिति दर्ज करेंगे. डीपीओ इसका मॉनिटरिंग करने के साथ-साथ लापरवाही पर कार्रवाई को लेकर भी प्रतिवेदन भेजने का कार्य करेंगे.
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