टीएमबीयू के नवनिर्मित पीजी हॉस्टल पर असामाजिक तत्वों का कब्जा है. कमरे में नशीला पदार्थ यहां-वहां बिखरा मिला है. पीजी हॉस्टल चार के समीप नवनिर्मित पीजी हॉस्टल का निर्माण रूसा के फंड से कराया गया है. निर्माण में करोड़ से ज्यादा खर्च बताया गया है. दरअसल, शनिवार को टीएमबीयू के कुलपति प्रो जवाहर लाल पीजी हॉस्टल चार का निरीक्षण करने पहुंचे थे. इसी क्रम में वीसी ने नवनिर्मित पीजी हॉस्टल का भी निरीक्षण किया. इस दौरान उन्होंने सभी कमरा को बारी-बारी से देखा. कमरा में नशीला सामान यहां-वहां बिखरा मिला. माना जा रहा है कि कमरा में असामाजिक तत्वों द्वारा गलत काम किया जा रहा है. बताया जा रहा है कि नवनिर्मित हॉस्टल कुछ साल पहले से बनकर तैयार है. लेकिन छात्रों को रहने के लिए हॉस्टल मुहैया नहीं कराया गया है. हॉस्टल की सुरक्षा में तैनात किये जायेंगे गार्ड वहीं, कुलपति ने मौके से विवि इंजीनियर को निर्देश दिया है कि सभी कमरा में तालाबंदी कराये. साथ ही खुले स्थानाें पर ग्रिल लगवाये. हॉस्टल की सुरक्षा को लेकर गार्ड की तैनाती करे. वीसी ने नवनिर्मित पीजी हॉस्टल में एक ठेकेदार द्वारा रखे गये गार्ड को अविलंब सामान सहित हटने का निर्देश दिया है. उन्होंने विवि के इंजीनियर को हॉस्टल के बचे कार्यों को जल्द पूरा करने का निर्देश दिया है. साथ ही नये हॉस्टल कैंपस की खाली जमीन पर जोताई कराये जाने पर भी वीसी विफरे. बिना विवि से मंजूरी लिये जमीन की जोत करने वाले की लें जानकारी वीसी ने डीएसडब्ल्यू व प्रॉक्टर को निर्देश दिया है कि जोताई कराने वाले व्यक्ति की जानकारी ले. विवि की जमीन की जोताई के लिए विवि से मंजूरी लिया है या नहीं. इसकी रिपोर्ट विवि प्रशासन को दें. इस अवसर पर डीएसडब्ल्यू प्रो बिजेंद्र कुमार, प्रॉक्टर डॉ अर्चना साह, डॉ राहुल कुमार, इंजीनियर संजय कुमार, पंकज कुमार सहित निजी सुरक्षा गार्ड आदि मौजूद थे.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है