गया. बिहार में पुलों का लगातार गिरना चिंता का विषय है. लेकिन, 15 दिन या एक माह पहले पुल क्यों नहीं गिर रहे थे. साजिश के तहत इस तरह की घटना को अंजाम दिया जा रहा है. इससे सरकार को बदनाम करने का प्रयास विरोधियों की ओर से किया जा रहा है. उक्त बातें केंद्रीय मंत्री जीतन राम मांझी ने शनिवार को सर्किट हाउस में पत्रकारों को संबोधित करते हुए कही. उन्होंने कहा कि क्योंकि पहले बिहार में शायद ही एक-दो पुल गिरा करते थे, लेकिन लगातार इस तरह का घटना इशारा करती है कि इसके पीछे कोई साजिश है. सरकार इसे लेकर सख्त है. इंजीनियर और ठेकेदार पर कार्रवाई हो रही है, जो लोग भी इसके पीछे हैं, उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जायेगी. वहीं पेपर लीक मामले पर उन्होंने कहा कि नीट को लेकर संसद में हंगामा करने व संसद की कार्यवाही रोकने से निदान नहीं निकल सकता है. इस तरह की बात नहीं होनी चाहिए. इसको लेकर केंद्र और राज्य सरकार सख्त है. लोगों की गिरफ्तारियां की जा रही हैं, जो लोग भी इसके पीछे हैं वे बख्शे नहीं जायेंगे. पुलिस ऐसे लोगों के खिलाफ कार्रवाई कर रही है. केंद्रीय मंत्री जीतन राम मांझी के दिल्ली से लौटने के बाद शनिवार को सर्किट हाउस में कार्यकर्ताओं ने फूल-माला पहनाकर जोरदार स्वागत किया. इस मौके पर हम पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता रोमित कुमार, इंजीनियर नंदलाल मांझी, शंकर मांझी, जिलाध्यक्ष नारायण प्रसाद, विजय रजक, रमेश सिंह, अनिल यादव, मुकेश चौधरी, मनोज मांझी आदि मौजूद थे.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है