दरभंगा. कामेश्वर सिंह दरभंगा संस्कृत विश्वविद्यालय में शनिवार को कुलपति प्रो. लक्ष्मी निवास पांडेय की अध्यक्षता में शैक्षणिक व्यवस्था में सुधार को लेकर विवि अधिकारियों की बैठक हुई. कुलपति ने कहा कि नयी शिक्षा नीति के आने से शैक्षणिक व्यवस्था में व्यापक बदलाव हुआ है. बदलते परिवेश में अब छात्रों को बहुविषयक जानकारी देनी होगी. पीजी विभाग समेत कालेजों की पढ़ाई में गुणवत्ता लानी है. छात्रों की संख्या बढ़ाने का प्रयास जारी रखनी है. फिलहाल जो बच्चे नामांकित हैं, उसे संस्कृत के अलावा अंग्रेजी का भी ज्ञान देना है. इससे संस्कृत की पकड़ और मजबूत होगी. कंप्यूटर की शिक्षा भी देनी है, ताकि डिजिटाइजेशन के जमाने मे प्राच्य शिक्षा पाने वाले अन्य छात्रों से पिछड़े नहीं. कहा कि पढ़ाने का माध्यम हर हाल में संस्कृत ही रहेगी. संस्कृत संभाषण को जरूरी बताया. कुलपति ने कहा कि जहां कहीं शिक्षकों की कमी है, उसे दूर किया जायेगा. कर्मियों की बकाये राशि का नियमानुकूल भुगतान जल्द हो इसका प्रयास जारी है. कहा कि परीक्षा से लेकर रिजल्ट तक सभी समय पर सम्पन्न किया जाना है. कुलपति ने हाल ही में सम्पन्न सीनेट की बैठक में लिए गए निर्णयों पर राजभवन की मुहर लगने पर प्रसन्नता व्यक्त की. कहा कि इसी तरह हम लोगों को समन्वय बैठाकर आगे भी कार्य करने की जरूरत है. बैठक में बजट पदाधिकारी डॉ पवन कुमार झा, डीएसडब्ल्यू डॉ शिवलोचन झा, सीसीडीसी डॉ दिनेश झा, डीआर डॉ दीनानाथ साह, पेंशन पदाधिकारी डॉ दिनेश्वर यादव, भू-संपदा पदाधिकारी डॉ उमेश झा, एनएसएस पदाधिकारी डॉ सुधीर कुमार झा, प्रॉक्टर डॉ पुरेंद्र वारीक, पीआरओ निशिकांत प्रसाद सिंह, सूचना वैज्ञानिक डॉ नरोत्तम मिश्र, विधि पदाधिकारी डॉ कृष्णानंद झा, विशेष पदाधिकारी डॉ तेजनारायण झा, वित्त पदाधिकारी डॉ जयकिशोर चौधरी आदि मौजूद थे. डेटा विश्लेषण में वही महारत हासिल कर सकता जिसके पास होगा सांख्यिकी का ज्ञान
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