-नगर आयुक्त के आदेश पर टैक्स दारोगा ने करायी है प्राथमिकी-मस्टर रोल से बहाली के कारण तहसीलदार की सीधे बर्खास्तगी -वार्ड नंबर 11 का है मामला, केस की कार्रवाई से निगम में खलबली मुजफ्फरपुर. लेनिन चौक स्थित एक वाहन एजेंसी के मालिक से गलत तरीके से प्रॉपर्टी टैक्स की राशि बकाया बताकर घूस की मांग करना नगर निगम के तहसीलदार रघुनाथ सिंह को महंगा पड़ गया है. शिकायत के बाद नगर आयुक्त नवीन कुमार ने उक्त तहसीलदार के ऊपर नगर थाने में प्राथमिकी दर्ज करवा दी है. टैक्स दारोगा गौरी शंकर प्रसाद के बयान पर पुलिस ने प्राथमिकी दर्ज की है. इसके बाद उक्त तहसीलदार की नौकरी भी फंस गयी है. रघुनाथ सिंह की बहाली मस्टर रोल कर्मचारी के रूप में है. प्राथमिकी के बाद पुलिस जांच में मामला सत्य पाया जाता है, तब उक्त तहसीलदार को नगर निगम सीधे बर्खास्त कर देगा. बताया जाता है कि वाहन एजेंसी का सही टैक्स 5.79 लाख रुपये है, जिसे उक्त तहसीलदार ने बढ़े दर पर 13.30 लाख रुपये करते हुए एक सादा कागज पर डिमांड नोट दिया. बाद में एजेंसी के कर्मचारी व मैनेजर से अंतर राशि का 40 फीसदी राशि घूस में देने पर 60 फीसदी राशि मैनेज करने की बात कही. मालिक को जब पता चला, तब उन्होंने पूरे मामले की शिकायत नगर आयुक्त से कर दी. इसके बाद वाहन मालिक के आवेदन के आधार पर टैक्स दारोगा ने प्राथमिकी दर्ज करा दी है.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है