संवाददाता, पटना बिहार में वज्रपात से होने वाली घटनाओं को कम करने के लिए पटना, नालंदा , भोजपुर, रोहतास, कैमूर, भागलपुर, बांका, जमुई, कटिहार, गया, नवादा और औरंगाबाद में जागरूकता अभियान तेज किया गया है, ताकि ठनका गिरने से पूर्व लोग अलर्ट हो जाएं. बिहार राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के आंकड़ों को देखें, तो इन जिलों में अधिक से अधिक दुर्घटनाएं ठनका गिरने से होती हैं. इस कारण से विशेष अभियान चलाने का निर्देश अधिकारियों को दिया है.वहीं ,बाकी जिलों में लगातार जागरूकता अभियान चलाने का निर्देश दिया गया है. ग्रामीण इलाकों में नुक्कड़ नाटक और सोशल मीडिया का लिया गया सहयोग : प्राधिकरण ने ठनका से होने वाली दुर्घटनाओं को कम करने के लिए गांव-गांव में नुक्कड़ नाटक, जागरूकता सभा जनप्रतिनिधियों के साथ बैठक करने के साथ सोशल मीडिया का भी सहारा लिया जा रहा है. फेसबुक सहित अन्य सोशल प्लेटफाॅर्म पर प्राधिकरण की ओर से छोटा-छोटा वीडियो बनाकर डाला जा रहा है. साथ ही, गांव के चौराहे, खेत-खलिहान, बाजार में लाउडस्पीकर से लोगों को जागरूक किया जा रहा है, ताकि लोगों की ठनका से कम मौत हो. एसएमएस ,आंगनबाड़ी केंद्र और स्कूलों में चलाया जा रहा अभियान : प्राधिकरण वज्रपात की सूचना देने के लिए एक एप भी तैयार किया गया है, जिसके माध्यम से लोगों को समय से पूर्व ठनका गिरने की जानकारी मिल जाती है.
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