सलखुआ में नहीं बना थाना भवन सलखुआ . सलखुआ में नया थाना भवन नहीं बनने से पुलिस व पब्लिक को काफी परेशानी उठानी पड़ रही है. लोगों की सुरक्षा करने वाली पुलिस को बरसात में टपकती पानी का मुकाबला करना पड़ता है. यहां तक की कभी कभी छाता लगाकर काम को निपटाया जाता है. लगभग 25 साल पहले विस्कोमान के गोदाम में थाना की शुरुआत हुई थी. जो आज तक उसी में चल रहा है. अब यह भवन जर्जर हो चुका है. कब धराशायी हो जाय पता नहीं. बावजूद सलखुआ में नए थाना भवन का निर्माण की प्रक्रिया नहीं हो पा रही है. जबकि तत्कालीन पुलिस अधीक्षक राकेश कुमार व लिपि सिंह के समय में ही स्थान चयन व अंचल से एनओसी दिया जा चुका है. पुलिस थाना के अंदर छत से पानी टपकने से कमरा के अंदर अधिकारियों एवं पुलिस कर्मियों को बैठना मुश्किल हो जाता है. उसके साथ ही टेबल पर कागजी कार्रवाई करने में परेशानी होती है. कंप्यूटर ऑपरेटर एवं पुलिसकर्मी द्वारा कंप्यूटर को प्लास्टिक की सुरक्षा दी गयी है. वर्तमान में मानसून का आगाज ही हुआ है. पूरा मानसून को झेलना बाकी है. थाना में ऐसा कोई कमरा नहीं है जहां पानी नहीं टपकता है. माल खाना, सिरिस्ता, हाजत, बैरक, कंप्यूटर कक्ष, अधिकारी एवं कर्मचारी के बैठने का स्थान सभी जगह बरसात में पानी टपकता है. जिससे बारिश के मौसम में कामकाज करना परेशानी का सबब बन जाता है.
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