संवाददाता, पटना बिहार शिक्षा परियोजना परिषद (बिहार सरकार) की ओर से जल-जीवन-हरियाली दिवस के अवसर पर सरकारी शैक्षणिक संस्थानों में छत वर्षा जल संचयन की संरचनाओं का निर्माण और युवाओं में अभियान संबंधी जागरूकता का प्रसार विषय पर परिचर्चा कार्यक्रम आयोजित किया गया. इस कार्यक्रम में कई अलग-अलग शिक्षा विभागों के पदाधिकारी, नोडल अधिकारी शामिल हुए, जिन्होंने छत वर्षा जल संचयन पर अपने-अपने सुझाव दिये, अपनी बातें रखीं. साथ ही किलकारी लेखन विधा के तीन छात्रों ने जल-जीवन-हरियाली विषय पर अपनी कविताएं सुनायीं. कविताओं में जीवंतता और कई उद्देश्य छिपे थे. कविताएं सुनकर मौजूद पदाधिकारियों ने काफी सराहना की और कहा कि इन रचनात्मक माध्यमों से भी हम सरकारी संस्थानों में बच्चों, युवाओं को जल-जीवन-हरियाली के लिए जागरूक कर सकते हैं. साथ ही इस विषय पर पेंटिंग विधा के बच्चों ने भी अपनी भागीदारी दिखायी. सभी की पेंटिंग्स में प्रकृति को बचाने का संकल्प और जागरूकता दिख रही थी. विज्ञान विधा के बच्चों ने पौधों में पानी जड़ से कैसे तने तक जाता है एवं ग्राउंड वाटर के बारे में जाना साथ ही बायोमास मॉडल निर्माण करना सीखा.
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