प्रतिनिधि, सिंहेश्वर
प्रखंड क्षेत्र अंतर्गत लालपुर सरोपट्टी पंचायत के वार्ड नंबर 13 में काली चौक के समीप नहर का बांध टूटने से 40 एकड़ खेत में लगी फसल बर्बाद हो गयी. साथ ही कई घरों में नहर का पानी घुस गया है. लोगों ने कहा कि नहर के टूटने से लगभग 24 घंटे से अधिक हो जाने के बाद भी किसी अधिकारी और जनप्रतिनिधि ने इसकी सुधि नहीं ली. 24 घंटे बाद तक इसकी सूचना स्थानीय प्रशासन को नहीं थी. इसके कारण लोगों में आक्रोश है.
किसान मुट्ठी मंडल, बालेश्वर मंडल, टूना मंडल, विंदेश्वरी मंडल आदि ने बताया कि सोमवार की सुबह 10 बजे नहर में पानी बढ़ जाने के कारण नहर का बांध टूट गया. इसमें अरविंद राजभर, रविन्द्र राजभर, राजकुमार मंडल आदि के घर में पानी चला गया. टूटे हुए नहर को ग्रामीणों ने अपने स्तर से बंद कर दिया, लेकिन दुबारा दूसरी बार कुछ दूर स्थित सायफन के समीप नहर टूट गया. नहर टूटने की सूचना ग्रामीणों ने नहर के ठेकेदार सहित कई जनप्रतिनिधियों को दी, लेकिन किसी ने सुधि नहीं ली. दूसरी जगह बांध टूटने के कारण खेत में लगे मूंग की फसल, पटुवा , धान का बिचड़ा सहित कई अन्य फसल डूब गया. किसान सरयुग यादव, घुटर मंडल, बिंदेश्वरी मंडल ने बताया कि पिछले महीने ही नहर की सफाई और नहर के बांध को मजबूत बनाने का काम संपन्न हुआ है. काम हो जाने के बाद लघु व सिंचाई विभाग के अधिकारियों द्वारा नहर का निरीक्षण किया. इसके बावजूद नहर टूट गया. वहीं किसान बिनोद मंडल, कारी मंडल, मुकेश कुमार ने बताया कि नहर की सफाई के नाम पर महज औपचारिकता पूरी की गयी थी. वहीं लघु व सिंचाई विभाग के कनीय अभियंता लक्ष्मण कुमार ने बताया कि उन्हें नहर टूटने की जानकारी मिली है. बांध को जोड़ने का काम किया जा रहा है. वहीं अंचलाधिकारी नवीन कुमार सिंह ने कहा कि नहर टूटने की सूचना के आलोक में काम कर टूटे हुए बांध की मरम्मत कर दी गयी है और नहर को मुख्य धारा से जोड़ दिया गया है.
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