विभूतिपुर : थाना क्षेत्र की मोहम्मदपुर सकरा पंचायत स्थित सकरा गांव में सीएसपी लूट के दौरान दो लोगों को गोली मार कर हत्या करने वाले अपराधियाें की तस्वीर सीसीटीवी में कैद हो गयी. जिसके आधार पर पुलिस उन अपराधियों की पहचान में जुटी है जिन्होंने इस घटना को अंजाम दिया है. वैसे तो पुलिस जल्द घटना का खुलासा करने में जुटी है. हालांकि घटना के 48 घंटे बाद भी पुलिस का हाथ खाली हैं. सूत्रों का बताना है कि पुलिस अपने स्तर से मोहम्मदपुर सकरा, जगन्नाथपुर, टभका सहित अन्य स्थानों पर लगे सीसीटीवी फुटेज खंगालने में लगी हुई है. दो दिनों से दिन-रात छापामारी जारी है. एसडीपीओ सोनम कुमारी जगह-जगह से टीवी फुटेज के माध्यम से अपराधियों तक पहुंचने के रास्ते को तलाश रही है. एफएसएल की टीम वैज्ञानिक अनुसंधान में जुटी है. स्थानीय लोगों की मानें तो दोपहर में बाइक पर सवार तीन हथियारबंद अपराधी सीधे सीएसपी काउंटर पर पहुंच कर सीएसपी संचालक को पिस्तौल के बाल पर नगद, सोने की चेन, अंगूठी सहित अन्य सामग्री लूट कर ग्राहकों से भी लूटने का प्रयास किया. ग्राहक महिला को पैसे की अत्यंत आवश्यकता थी. वह पैसे देने से इनकार करते हुए विरोध प्रकट किया. इसकी आवाज को सुनकर चारों तरफ से लोग जुट गये. अपराधी अपनेआप को घिरा हुआ देख कर महिला की गोली मारकर हत्या कर दी. वहीं घटना को देख फॉर्म में काम कर रहे मजदूर सीएसपी संचालक और उसके संबंधी ने अपराधियों को पकड़ने का प्रयास किया. उसमें से एक अपराधी को अजय ने पकड़ भी लिया था. यह देखकर दूसरे अपराधी ने उसे गोली मार दी. जिससे उसकी मौत हो गयी. इसके बाद लोग सहम गये. दहशत दिखाकर अपराधी भागने में सफल हो गये. विधायक अजय कुमार ने घटना की निंदा करते हुए राज्य सरकार से दोनों मृतक के परिवार के आश्रित को बीस-बीस लाख रुपये मुआवजा दिये जाने की मांग की है. उन्होंने स्थानीय थाना को घेरते हुए कहा कि विभूतिपुर पुलिस की कार्यशैली अपराध के नियंत्रण करने लायक नहीं है. थाना अध्यक्ष आनंद कुमार कश्यप ने बताया कि पुलिस अनुसंधान जारी है. जल्द ही मामले का खुलासा किया जायेगा.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है