-मुजफ्फरपुर, हाजीपुर, बेतिया, रक्सौल, समस्तीपुर और राजगीर समेत अन्य जिलों में करीबियों को किया गया है चिह्नित मुजफ्फरपुर. नेटवर्क मार्केटिंग कंपनी डीबीआर के मकरजाल में फंसकर यौन शोषण की शिकार हुई युवतियों के मामले में पुलिस अब कंपनी के सीएमडी के करीबियों को भी निशाने पर लिया है. पुलिस ने मुजफ्फरपुर में सीएमडी से जुड़े चार और इसके अतिरिक्त हाजीपुर, बेगूसराय, बेतिया, रक्सौल, समस्तीपुर, राजगीर व अन्य शहरों में सक्रिय लोगों को भी चिह्नित किया है. पुलिस पूछताछ के लिए इन्हें हिरासत में ले सकती है. कंपनी के सीएमडी मनीष सिन्हा के सोशल मीडिया एकाउंट से भी पुलिस को साक्ष्य मिले हैं. जिन लोगों को पुलिस ने चिह्नित किया है. वे भी मनीष सिन्हा की कंपनी का फ्रेंचाइजी संचालित कर रहे हैं. इन लोगों से पूछताछ के दौरान पुलिस को इस मामले से जुड़े सुराग मिल सकते हैं. कंपनी की ओर से दिल्ली, नाेएडा, पश्चिम बंगाल समेत कई राज्यों में हुए सेमिनार में ये करीबी अहम भूमिका निभा रहे थे. इसके अतिरिक्त कंपनी के बंद पड़े ब्रांच को चालू करने और युवतियों को फंसाकर लाने वालों की भी पुलिस तलाश कर रही है. इधर, जानकारी मिली है कि डीबीआर कंपनी पर प्राथमिकी दर्ज किए जाने के बाद कई जिलों में कंपनी का बोर्ड हटा दिया गया है.साथ ही बिना बोर्ड के ही कंपनी का कार्य चल रही है. सीएमडी मनीष लगातार वीडियाे काॅन्फ्रेंसिंग के जरिए कंपनी में काम के लिए पहुंची लड़कियाें के संपर्क में है. साथ ही उन्हें बेहतर अवसर दिलाने का झांसा भी दे रहा है. इधर, नये कानून के लागू होने के बाद से जीरो एफआइआर का प्रावधान है. ऐसे में संभावना जतायी जा रही है कि गोरखपुर, आरा, पटना समेत अन्य कई शहरों में यौन शोषण और पिटाई से प्रताड़ित युवतियों की ओर से प्राथमिकी दर्ज करायी जायेगी. हालांकि, उन युवतियों से संपर्क कर उन्हें सामने आने से रोकने को लेकर भी कंपनी की ओर से लगातार प्रयास किया जा रहा है.
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