Langat Singh College Foundation Day: मुजफ्फरपुर के लंगट सिंह कॉलेज के 125 वें स्थापना दिवस के मौके पर कॉलेज सभागार में भव्य समारोह का आयोजन किया गया. इसमें शिरकत करने पहुंचे बिहार के उप मुख्यमंत्री विजय कुमार सिन्हा ने बतौर मुख्य अतिथि कार्यक्रम का विधिवत उद्घाटन किया. उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति लागू हो चुकी है. वर्तमान समय तकनीक का है. ऐसे में प्रत्येक शैक्षणिक संस्थान को तकनीक के अनुसार अपडेट होना पड़ेगा. 21वीं सदी में विकसित भारत का सपना तभी साकार होगा जब संस्थान अपडेट होंगे.
नकारात्मक शक्तियों को बच्चों के मस्तिष्क से दूर करने की जरूरत
डिप्टी सीएम ने कहा कि शैक्षणिक संस्थानों के परिसर में व्याप्त तमाम तरह की समस्याओं को दूर करने और नकारात्मक शक्तियों को बच्चों के मस्तिष्क से दूर करने की जरूरत है. उन्होंने एलएस कॉलेज के स्वर्णिम अतीत से प्रेरणा लेकर जन भागीदारी से पुराने गौरव को स्थापित करने की बात कही. कहा कि बिहार अपनी प्रतिभा के बदौलत अपने स्वर्णिम विरासत को फिर से स्थापित कर सकता है.
पीढ़ी को दिशा देने के लिए हो रहा प्रयास
कॉलेज के प्राचार्य डाॅ ओमप्रकाश राय ने स्वागत भाषण किया. उन्होंने कहा कि युवा पीढ़ी को दिशा देने के लिए कॉलेज में लगातार प्रयास किये जा रहे हैं. कॉलेज में शीघ्र ही इनक्यूबेशन सेंटर और उद्योग विभाग की सहायता से विभिन्न प्रकार के स्टार्टअप प्रोजेक्ट की शुरुआत की जायेगी.
शिक्षा के स्तर को सुधारना होगा
अध्यक्षीय संबोधन में पूर्व एमएलसी प्रो.नरेंद्र प्रसाद सिंह ने कहा कि कॉलेज में आधारभूत संरचना अब उच्च श्रेणी का हो गया है. अब अकादमिक उन्नति की दिशा में और प्रयास करने की जरूरत है. उन्होंने कहा कि पहले एलएस कॉलेज में नामांकन के लिए चयनित होने पर यहां से पत्र जाता था और यह सुनकर अभिभावक से लेकर रिश्तेदार तक आह्लादित होते थे कि उनके बच्चे का नामांकन एलएस कॉलेज में हुआ है. उन्होंने कहा कि शिक्षा के स्तर में गिरावट आयी है और हमसब को मिलकर इसे सुधारना होगा.
परिसर में लगाए गए 125 पौधे
कार्यक्रम का संचालन प्रो.गोपाल जी और धन्यवाद ज्ञापन प्रो. एसआर चतुर्वेदी ने किया. इससे पहले उप मुख्यमंत्री ने परिसर में मौजूद महापुरुषों की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर उन्हें नमन किया. 125वें स्थापना दिवस के मौके पर परिसर में 125 पौधे लगाये गये. समारोह में कॉलेज में बेहतर प्रदर्शन करने वाले छात्र- छात्राओं को सम्मानित किया गया. मौके पर प्रो.अजीत कुमार, प्रो.प्रमोद कुमार, प्रो.टीके डे, प्रो.राजीव कुमार, प्रो.जयकांत सिंह, प्रो.पुष्पा कुमारी, पूर्व आईएएस डॉ संजय सिन्हा, डाॅ शरतेंदु शेखर, डॉ ऋतुराज कुमार, डॉ राजेश्वर कुमार, डॉ शशि भूषण पांडेय, डाॅ नवीन कुमार, डाॅ ललित किशोर, डाॅ सतीश कुमार, ऋषि कुमार समेत अन्य शिक्षक और छात्र-छात्राएं मौजूद रहे.
समाज शिक्षा और स्वास्थ्य के साथ ही विकसित होता : एमएलसी
एमएलसी देवेश कुमार के सहयोग से कॉलेज में ई-लाइब्रेरी की स्थापना की गई है. ई.लाइब्रेरी में पत्र-पत्रिकाओं से लेकर अन्य जर्नल का अध्ययन कर सकेंगे. एमएलसी देवेश कुमार ने कहा कि मुजफ्फरपुर से गहरा नाता रहा है. कोई भी समाज शिक्षा और स्वास्थ्य के साथ ही विकसित होता है. इसकी अनदेखी कर समाज आगे नहीं बढ़ सकता. इस राज्य ने वह दौर देखा है जब शिक्षा को ध्वस्त किया गया. वर्तमान सरकार के एजेंडे में शिक्षा को प्रमुखती दी गयी है. पूर्व कुलपति डाॅ रिपुसूदन श्रीवास्तव ने कॉलेज के अतीत से लेकर वर्तमान तक के सफर की विस्तार से जानकारी दी.
Also Read: Muzaffarpur News: निर्माण और मरम्मत पर 72 लाख खर्च, फिर भी सड़कें कीचड़मय, दुकानदार परेशान
बाबू लंगट सिंह के योगदान पर चर्चा
डॉ राजीव झा ने कॉलेज की स्थापना में बाबू लंगट सिंह के योगदान की चर्चा करते हुए लंगट सिंह कॉलेज की शैक्षणिक यात्रा को रेखांकित किया. प्रो.प्रमोद कुमार ने कहा कि सदाचार और समर्पण के साथ-साथ अतीत से प्रेरणा लेकर शैक्षणिक संस्थान अपने विकास की दिशा में आगे बढ़ सकते हैं. एलएस कॉलेज के पूर्ववर्ती छात्र विनय कुमार आजाद ने कहा कि 1966 में कक्षा से लेकर बरामदे तक बच्चे भरे होते थे. 150 छात्र के बैठने की जगह होती थी और 400 बच्चे उपस्थित होते थे. अब बच्चे कक्षाओं में नहीं आते. उन्होंने कहा कि यदि बच्चे आएं तो वे भी कक्षाएं में आकर पढ़ाने में उत्सुक हैं.