भंडरिया प्रखंड के सलईयाडामर से धंसनी, मदगड़ी, करचाली, बघवार, कंजिया व खजुरी होते हुए सुगादोनी मरदा तक करोड़ों की लागत से बननेवाली सड़क पर लोगों का निकलना मुश्किल हो गया है. इस सड़क पर संवेदक ने मोरम मिट्टी की जगह केवाल चिकनी मिट्टी डाल दिया है. स्थानीय लोगों के लिए यह मुसीबत का कारण बन गया है. थोड़ी बारिश से भी मिट्टी गीली हो जा रही है. इस पर जूता-चप्पल पहन कर चलना मुश्किल हो जाता है. साइकिल या बाइक से आने-जाने का तो सवाल ही नहीं उठता. वहीं फोर व्हीलर वाहनों का भी इन सड़कों पर आना-जाना पूर्ण रूप से बंद हो गया है. ट्रैक्टर ही इस सड़क पर आनेजाने का एकमात्र साधन बचा है. इस पर लोग अपने सामान लाते हैं और बाजार पहुंचते हैं. पानी बरसने के बाद बच्चे स्कूल भी नहीं जा पा रहे हैं. जो बच्चे स्कूल जाते हैं, वे लोग चप्पल अपने हाथ में लेकर विद्यालय पहुंचते हैं. वहीं पैर धोने के बाद विद्यालय में प्रवेश करते हैं. ऐसी स्थिति में प्रसव पीड़ा की स्थिति में महिला को अस्पताल पहुंचाने में भी परेशानी हो रही है. संवेदक ने सड़क निर्माण का कार्य आठ महीना पहले ही आरंभ कर दिया था, लेकिन इसे अभी तक पूरा नहीं किया है. इस स्थिति के कारण स्थानीय लोगों में काफी रोष है. संवेदक को गांव में घुसने नहीं देंगे : ग्रामीण लव कुमार, संतोष कुमार, दिनेश कुमार, सुरेंद्र कुमार, आरके गुप्ता, रमेश कुमार, भागीरथी कुशवाहा, संजय कुशवाहा, रमेश कुजूर, लालधारी सिंह, महेंद्र सिंह, विनय सिंह, काजू कुमार सिंह सहित कई लोगों ने कहा है कि यदि सड़क पर तत्काल मोरम मिट्टी डाल कर आने-जाने योग्य नहीं बनाया जाता है, तो वे सभी संवेदक को अपने गांव में घुसने नहीं देंगे और न हीं काम करने देंगे.
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