श्रावणी मेला में देश-विदेश के कांवरियाें का एक पखवारा बाद सुलतानगंज आगमन शुरू हो जायेगा. गंगाजल भरकर बाबाधाम कच्चा पथ से कांवरिया जायेंगे. बुधवार को कच्चा पथ का प्रभात खबर ने पड़ताल की. सुलतानगंज गंगा तट से पक्का पथ के बाद कांवरिया कच्चा पथ पर चलते हैं. भागलपुर जिला सीमा तक कच्चा पथ की हालत दयनीय है. कच्चा पथ पर कई जगह डिवाइडर टूटे हैं, जो अब तक मरम्मत नहीं हो पाया है. पथ पर जंगली पौधे व अतिक्रमण है, जो चलने लायक नहीं. कई जगह जल जमाव और पथ पर मवेशी और लोगों का अतिक्रमण है. कच्चा पथ पर समुचित सुविधा को लेकर अब तक कोई पहल नहीं होने से चलने वाले कांवरिया को काफी परेशानी होगी. श्रावणी मेला की तैयारी का काम का डेडलाइन में सात दिन बचे हैं, लेकिन कांवरियों का चलना बांग्ला सावन से शुरू हो जायेगा. बारिश से पथ की हालात बदतर है. कई जगह जल जमाव से फिसलन है. पथ पर अतिक्रमण से कच्चा पथ कई स्थान पर चलने लायक नहीं है. कुछ कांवरिया बुधवार को गंगा जल भरकर पक्का पथ पर चल रहे थे. कांवरिया ने बताया कि मेला के 10 दिन पूर्व काम पूरा होने से कई कांवरियों को सुविधा मिलती. जिला प्रशासन मेला उद्घाटन के 10 दिन पूर्व तक सभी कार्य कर ले तो कांवरियों को काफी सुविधा मिलेगी. अब बचे समय में आनन-फानन की व्यवस्था से ही कार्य को पूरा करना चुनौती है. दुकानदार करने लगे तैयारी, चापाकल व शौचालय हो गया रंग रोगन कच्चा कांवरिया पथ के चापाकल व शौचालय की रंगाई पुताई हो गयी है. टूटे डिवाइडर की मरम्मत व रंगाई पुताई अब तक नहीं हो पाया है. कच्चा पथ के समीप दुकानदार अपनी दुकान लगाने की तैयारी शुरू कर दिये है. कई दुकानदारों ने बताया कि कच्चा पथ की हालत काफी दयनीय है. सालों भर मुक्ममल व्यवस्था कच्चा पथ पर रहनी चाहिए. मेला को लेकर समय पूर्व व्यवस्था सुदृढ़ कर दिया जाए, तो कांवरियों को काफी सुविधा मिलेगी.
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