कटोरिया.महज 18 दिनों बाद ही विश्व प्रसिद्ध श्रावणी मेला का शुभारंभ हो जायेगा. फिर अजगैबीनाथ से बाबाधाम का संपूर्ण रास्ता केसरियामय व शिवमय हो जायेगा. लेकिन वर्तमान में बाबा की डगर में कई जगहों पर बारिश के कारण कटाव एवं मिट्टी-बालू के बहाव के कारण बदहाल स्थिति बनी हुई है. जिला प्रशासन द्वारा जर्जर व बदहाल कच्ची कांवरिया पथ की मरम्मत, गंगा का महीन बालू बिछाकर उसपर निरंतर पानी के छिड़काव से सुगम बनाने का लक्ष्य रखा गया है. पथ निर्माण विभाग के संवेदक द्वारा अबरखा, दुल्लीसार, इनारावरण सहित अन्य जगहों पर गंगा के महीन बालू की डंपिंग की गयी है. लेकिन अभी भी दुर्गम बने कच्ची पथ को सुगम बनाने का कार्य शुरू नहीं हो पाया है. धीमी गति से कार्य से मेला शुरू होने से पहले तैयारी पूरी करना बड़ी चुनौती भी होगी. कच्ची कांवरिया पथ में अबरखा व सतलेटवा के बीच कई जगहों पर पथ का कटाव हो जाने से कंकड़ उभर गया है. वर्तमान में बाबाधाम की यात्रा करने वाले श्रद्धालुओं के नंगे पांव को कठिनाई भी हो रही है. कच्ची कांवरिया पथ के दोनों तरफ मिट्टी या ईंट से गार्ड-वाल नहीं दिये जाने के कारण पथ से मिट्टी व बालू का बहाव भी हुआ है. पिछले दो दिनों की बारिश में ही कांवरिया पथ कीचड़मय बन चुका है. जिलेबिया मोड़, आमाटील्हा, अबरखा, सतलेटवा, तरपतिया, दुल्लीसार, विश्वकर्मानगर, तुलसीवरण, जमुआ मोड़, राजबाड़ा, कोल्हुआ, देवासी, इनारावरण, भूलभूलैया आदि जगहों पर भी कच्ची पथ की स्थिति बदहाल बनी हई है. इधर बाबाधाम की यात्रा कर रहे किशनगंज निवासी राजेश चौधरी व उनकी धर्मपत्नी ने बताया कि धरातल पर श्रावणी मेला की तैयारी बिल्कुल शून्य नजर आ रही है. रास्ते में स्नानागार व शौचालय के अभाव में परेशानी झेलनी पड़ रही है. विदित हो कि डीएम अंशुल कुमार ने विभाग के कार्यपालक अभियंता को मेला शुरू होने से पहले ही सभी तैयारियों को पूर्ण कर लेने का टारगेट भी दिया है.
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