रांची. जोसा काउंसेलिंग के तहत तीसरे चरण का सीट आवंटन चार जुलाई को होगा. इसमें उन विद्यार्थियों को नामांकन का मौका मिलेगा, जो पहले दो चरण की काउंसेलिंग में मन-मुताबिक इंजीनियरिंग कॉलेज व ब्रांच हासिल नहीं कर सके हैं. आइआइटी संस्थानों में दूसरे चरण की काउंसेलिंग के बाद अब 15000 ऑल इंडिया रैंक से अधिक हासिल करने वाले विद्यार्थियों को मौका मिलेगा. वहीं, एनआइटी में 43000 से 46000 रैंक तक के विद्यार्थियों को च्वाइस अनुरूप कॉलेज व ब्रांच मिलने की संभावना है. वहीं, देशभर के जीएफटीआइ संस्थानों में नामांकन के लिए एक लाख रैंक तक पहुंच चुकी है. ऐसे में वैसे विद्यार्थी जो जेइइ मेंस में एक लाख 20 हजार रैंक के अंदर शामिल हैं, उन्हें तीसरे चरण की काउंसेलिंग में च्वाइस का लाभ मिलेगा. हालांकि, दूसरे चरण की काउंसेलिंग के बाद विद्यार्थियों को अब च्वाइस ब्रांच की सोच से बाहर निकलने की जरूरत है. इससे विद्यार्थी समकक्ष इंजीनियरिंग संकायों में अवसर हासिल कर सकेंगे.
आठ जुलाई तक करनी होगी रिपोर्टिंग
तीसरे चरण की काउंसेलिंग में विद्यार्थियों को चिह्नित संस्थानों में आठ जुलाई तक रिपोर्टिंग का अवसर मिलेगा. इसके लिए च्वाइस कॉलेज व ब्रांच को फ्रीज करना होगा. दस्तावेज जांच के बाद विद्यार्थी संबंधित इंजीनियरिंग कॉलेज में नामांकन की प्रक्रिया पूरी कर सकेंगे. वहीं, तीसरे चरण के सीट आवंटन के बाद भी जिन विद्यार्थियों को बेहतर ब्रांच की उम्मीद है, उन्हें च्वाइस को नौ जुलाई तक फ्लोट व स्लाइड करना जरूरी है. इससे विद्यार्थी जोसा काउंसेलिंग की प्रक्रिया में बने रह सकते हैं. इस वर्ष जोसा काउंसेलिंग पांच चरणों में पूरी होगी. चौथे चरण के लिए सीटों का आवंटन 10 जुलाई को होगा.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है