धनबाद.
जुलाई माह से मांगलिक कार्य व शादी ब्याह का लग्न शुरू होने जा रहा है. अलग-अलग पंचांगों में अलग-अलग तिथि से लग्न शुरू हो रहा है. पंडित गुणानंद झा ने बताया कि मिथिला पंचांग के अनुसार सात जुलाई से लग्न शुरू होगा. इस पंचांग के अनुसार विवाह के लिए चार लग्न ही मिल रहे हैं. 7, 10, 11, 12 जुलाई को शहनाई बजेगी. उसके बाद देव उठनी एकादशी से लग्न शुरू होगा. वेदाचार्य रमेश चंद्र त्रिपाठी बताते हैं ऋषिकेश पंचांग के अनुसार नौ जुलाई से लग्न शुरू हो रहा है. जुलाई में हरिशयनी एकादशी से पहले आठ लग्न मिल रहे हैं. 10, 11, 12, 13, 14, 15, 16, 17 तारीख को शहनाई बजेगी. उसके बाद चतुर्मास शुरू हो जायेगा. इन चार माह में शादी-ब्याह का कार्य नहीं किया जाता है. हरिशयनी एकादशी के दिन भगवान विष्णु चार मास के लिए शयन में चले जाते हैं. चार माह बाद देवउठनी एकादशी के दिन भगवान विष्णु जागते हैं. उनके जागने के बाद लग्न शुरू होता है. आषाढ़ मास शुक्ल पक्ष की एकादशी को देव शयनी या हरिशयनी एकादशी के नाम से जाना जाता है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है