15% कर्मचारियों के सहारे ही काम कर रहा प्रदूषण बोर्डसंवाददाता, पटना
बिहार राज्य प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड में 15% कर्मचारी ही काम कर रहे हैं. बोर्ड में स्वीकृत कर्मचारियों की संख्या 249 है, जबकि बोर्ड की एनुअल रिपोर्ट 2023-2024 के मुताबिक सिर्फ 45 पदों पर कर्मचारी काम कर रहे हैं. इसमें वरीय पर्यावरण अभियंता के दोनों पद खाली हैं. इसके अलावा पर्यावरण अभियंता के 10 में आठ पद खाली हैं. सहायक अभियंता की संख्या सिर्फ दो है, जबकि साल 2023-24 की एनुअल रिपोर्ट के मुताबिक इसकी संख्या 25 होनी चाहिए. पर्यावरण वैज्ञानिक के स्वीकृत पद 18 में से 16 खाली हैं. वहीं प्रदूषणकारी स्रोतों को जमा करने के लिए नमूना संग्राहक व तकनीशियन पदों पर स्वीकृत संख्या 44 है. लेकिन बोर्ड में नमूना संग्राहक की संख्या सिर्फ पांच है. आंकड़ा प्रविष्टि परिचालक के सभी 20 पद खाली हैं. बोर्ड के अनुसार कनीय लेखपाल के किसी पद पर अब तक नियुक्ति नहीं हुई है. इसके अलावा सहायक के चार, उच्च वर्गीय लिपिक के छह पद खाली हैं. निम्न वर्गीय लिपिक के आठ में से चार पद और स्टेनोग्राफर पद के दोनों पद खाली हैं.
प्रदेश में प्रदूषण रोकने वाले एकमात्र बोर्ड में फिलहाल 50% से अधिक कर्मी रिटायरमेंट के बाद भी सेवा दे रहे हैं.
यहां कई वर्षों से कोई बहाली नहीं की गयी है. इससे बोर्ड में सीमित कर्मचारियों के भरोसे काम कर रहा है.
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