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शहर की सड़कों से अतिक्रमण हटाएं नहीं तो होगी कार्रवाई, शुरू हुई माईकिंग

शहर की सड़कों को व्यापार स्थल बनाने वाले दर्जनों फुटकर दुकानदारों को सड़क से अतिक्रमण हटाने के लिए माइकिंग करायी जा रही है

खगड़िया. शहर की सड़कों को व्यापार स्थल बनाने वाले दर्जनों फुटकर दुकानदारों को सड़क से अतिक्रमण हटाने के लिए माइकिंग करायी जा रही है. हटाए गए फूटकर दुकानदारों चिन्हित स्थल बिस्कोमान, आरओबी के नीचे व गायत्री मंदिर के समीप अपने दुकान ले जाने के आदेश दिये गए हैं. मालूम हो कि सदर अनुमंडल पदाधिकारी अमित अनुराग के निर्देश पर नगर परिषद द्वारा शहर में माइकिंग के जरीए सड़क के किनारे अवैध रूप से चल रहे फुटकर दुकानदारों सहित सड़क पर ठेला लगाकर सामान बेचने वालों को चेतावनी के साथ अपनी दुकान हटाने का आदेश दिया जा रहा है. वहीं दुकानदारों को भी चेतावनी दी गयी है. अगर उनकी दुकान के सामने ( सड़क के किनारे) कोई फुटकर दुकानदार सामान बेचते हैं तो उन्हें जुर्माना किया जाएगा. सूत्र बताते हैं कि जांच के दौरान यह बातें सामने आ रही है कि नगर परिषद से आवंटित स्टॉल धारक अपनी दुकान के सामने फुटकर दुकान लगवाते हैं, इसके बदले उनसे ये स्टॉल धारक पैसे लेते हैं. जिसके बाद स्टॉल धारकों पर शिकंजा कसा गया है.

15 जुलाई तक चिह्नित स्थल पर शिफ्ट होंगी सभी दुकानें

शहर के राजेन्द्र चौक, स्टेशन रोड, माल गोदाम रोड आदि जगहों पर सड़क के किनारे लगने वाले अवैध दुकानों को यहां से हटाकर चिह्नित जगहों पर ले जाने की योजना है. आगामी 15 जुलाई तक यहां दुकान शिफ्ट कराई जाएगी. जिसके लिए माइकिंग कराई जा रही है. एसडीओ ने बताया कि आदेश की अवहेलना करने वालों के विरुद्ध भारतीय न्याय संहिता की धारा-285 के तहत कार्रवाई की जायेगी. गौरतलब है कि शहर की सड़कों पर ई-रिक्सा के कारण जाम लगती है. मिली जानकारी के अनुसार शहर में दो सौ अधिक ई-रिक्से चल रहे हैं. राजेन्द्र चौक पर सर्वाधिक जाम लगता है. राजेन्द्र चौक से मानसी, महेशखूंट, माड़र, रसौंक, मेहसौड़ी, अमनी, रहीमपुर,संसारपुर, कोशी कॉलेज रोड सहित दर्जनों जगहों जाने के लिए ऑटो व रिक्शा मिलती है. राजेन्द्र चौक व आरओबी, बेंजामिन चौक के समीप वाहन चालक गाड़ी को खड़ा करता है. जिस कारण हमेशा जाम की स्थिति बनी रहती है.

जाम से मुक्ति के लिए सड़क को किया जायेगा वन-वे

जाम से मुक्ति के लिए ई-रिक्सा का परिचालन वन-वे किया जाएगा. एसडीओ ने कहा कि राजेन्द्र चौक से बलुआही बस स्टैंड तक ई-रिक्सा का परिचालन पूर्वी केविन ढाला, बिस्कोमान के रास्ते होगा. इसी तरह बलुआही बस स्टैंड से राजेन्द्र चौक की ओर आने वाले ई-रिक्सा जेएनकेटी, बेंजामिन चौक होकर पहुंचेगा. इस महीने के अंत तक वन-वे नियम लागू किये जाने की बातें एसडीओ ने कही है. बताया जाता है कि वाहन परिचालन के लिए वन-वे हो जाने से लोगों जाम से मुक्ति मिल जायेगी. जानकार की माने तो वाहन को आने जाने के लिए अलग अलग रूट तय होने से वाहन चालक को भी सुविधा होगी.

अवैध ऑटो व ई-रिक्सा स्टैंड से राहगीर होते हैं परेशान

बताया जाता है कि शहर के एक दर्जन से अधिक जगहों पर अवैध ऑटो व ई-रिक्सा स्टैंड हैं. जहां वाहन चालक मनमानी तरीके से वाहन खड़े करते हैं. बताया जाता है कि शहर के बखरी बस स्टैंड, माल गोदाम रोड, रेलवे स्टेशन के समीप, राजेन्द्र चौक, बेंजामीन चौक, पीडब्लू मैदान के समीप, पटेल चौक, सन्हौली ढ़ाला, कोसी कॉलेज रोड, बलुआही हनुमान मंदिर के समीप, एनएच 31 बलुआही आदि जगहों पर ई-रिक्सा व ऑटो चालक का कब्जा है. लोगों को सबसे ज्यादा परेशानी तब होती है जहां मन हुआ वहीं ई-रिक्सा को खड़ा कर देता है. जहां चाहता है वहीं से यू-टर्न ले लेता है. जिससे दुर्घटना होने की आशंका बनी रहती है.

राजेन्द्र चौक से बखरी बस स्टैंड तक सबसे अधिक जाम की समस्या

बताया जाता है कि शहर के राजेन्द्र चौक से बखरी बस स्टैंड तक सबसे अधिक जाम की समस्या है. इस पथ पर सब्जी विक्रेता, फल विक्रेता, ठेला पर नास्ते व अन्य सामग्री बेचने वाले फूटकर विक्रेताओं का कब्जा है. लोगों को पैदल चलना मुश्किल हो जाता है. लोगों को मिनटों की दूरी सफर करने में घंटों लग जाती है. बताया जाता है कि बखरी बस स्टैंड से लेकर राजेन्द्र चौक के बीच एक तरफ की सड़क निर्माण के लिए गिट्टी व बालू गिराया गया है. जिसके कारण एक तरफ की रास्ता अवरूद्ध है. सिर्फ बाएं तरफ की सड़क पर वाहनों का आवागमन होता है. जिसके कारण सड़क सकरी होने के कारण जाम की समस्या उत्पन्न होती है.

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जर्जर गौशाला के स्टॉल तोड़कर बनायी जायेगी नयी दुकानें

शहर के गौशाला रोड स्थित गौशाला की जमीन पर बने स्टॉल कमजोर व जर्जर हो चुका है. बताया जाता है कि जर्जर व कमजोर हो चुके गौशाला के पुराने स्टॉल को तोड़कर नई दुकानें बनाने की योजना है. स्टॉल बनने से गौशाला की आमदनी भी बढ़ जायेगी. स्टॉल आवंटन कर अधिक से अधिक लोगों को रोजगार का अवसर मिलेगा. बताया जाता है कि पिछले महीने गौशाला कमेटी की बैठक में उक्त निर्णय यानि जर्जर स्टॉल को तोड़कर नए स्टॉल बनाने की योजना पर मुहर लग चुकी है. अब पुराने स्टॉल को तोड़ने की कवायद शुरू होगी. गौरतलब है कि वर्तमान में गौशाला के पास करीब 31 स्टॉल है, जिसे कई साल पूर्व लोगों को आवंटित किया गया था. तब महज आठ सौ रुपये में ये स्टॉल आवंटित किया गया था. अगर बाजार की दुकान के किराये की बात करें तो इसके आस- पास 3 से 5 हजार रुपये प्रति महीने की दर से दुकान किराये पर लगते हैं. यानि वर्तमान में गौशाला को खुले बाजार से करीब 4 से 5 गुणा कम किराया मिल रहा है. हालांकि गौशाला के स्टॉलों में ताला लटक रहा है. इधर पूछे जाने पर गौशाला कमेटी के अध्यक्ष सह एसडीओ अमित अनुराग ने बताया कि कमजोर/ जर्जर हो चुके गोशाला के स्टॉल को तोड़कर नई दुकान बनाने पर कमेटी की मुहर लग चुकी है. निश्चित ही कई दुकानें बनने के बाद गौशाला की आमदनी कई गुणा बढ़ जाएगी, बल्कि दुकान के माध्यम से कई परिवारों का भरण-पोषण भी होगा.

डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

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