प्रतिनिधि, मधुपुर.
अनुमंडल अस्पताल सभागार में शुक्रवार को राष्ट्रीय अंधापन नियंत्रण कार्यक्रम व राष्ट्रीय बाल सुरक्षा अभियान के तहत नेत्र जांच प्रशिक्षण शिविर का आयोजन किया गया. प्रशिक्षण में प्रखंड के घघरजोरी, नारायणपुर, सुग्गापहाड़ी, तिलककला, भेड़वा, बरमसिया, महुआडाबर, संकुल के नोडल शिक्षकों ने भाग लिया. अस्पताल उपाधीक्षक डाॅ मो इकबाल अंसारी व नेत्र पदाधिकारी संतोष कुमार सुधांशु ने कहा कि 15 से 30 जुलाई तक विद्यालय स्तर पर प्रारंभिक नेत्र जांच शिक्षकों द्वारा किया जायेगा. एक अगस्त से 30 अक्टूबर तक क्लस्टर स्तर पर विस्तृत नेत्र जांच शिविर का आयोजन नेत्र पदाधिकारी व नेत्र चिकित्सक द्वारा किया जायेगा. जांच के बाद 21 नवंबर से जरूरतमंदों बच्चों को नि:शुल्क चश्मे दिये जायेंगे. प्रशिक्षित नोडल शिक्षकों के द्वारा अपने-अपने स्कूल में बच्चों का स्क्रीनिंग करना है. इसके लिए सभी को प्रशिक्षित किया जा रहा है. प्रशिक्षकों के द्वारा शिक्षकों को चार्ट के माध्यम से दृष्टि दोष पहचान की विस्तार से जानकारी दी गयी. स्कूल स्तर पर भरे जाने वाले फॉर्म के बारे में भी बताया गया. कहा कि दृष्टि दोष से संबंधित बच्चों को संकुल स्तर पर नेत्र जांच करायी जायेगी. शिक्षकों को बताया गया कि मोतियाबिंद अथवा गंभीर नेत्र रोग से ग्रसित बच्चों को चिकित्सीय परामर्श के लिए अनुमंडलीय अस्पताल भेजना सुनिश्चित करें. प्रारंभिक नेत्र जांच में कमजोर नेत्र दृष्टि पाये जाने वाले विद्यार्थियों की जांच संकुल स्तर पर की जायेगी. कार्यक्रम के सफल संचालन के लिए डीसी सेल में एक कमेटी गठित कर दी गयी है. दिया गया है जहां से पूरे कार्यक्रम की मॉनिटरिंग की जाएगी. इसके लिए प्रत्येक विद्यालय से एक नोडल शिक्षक नियुक्त किया गया है, जो बच्चों की प्रारंभिक नेत्र जांच कर रोगियों को संकुल में विस्तृत जांच के लिए लेकर आयेंगे. मौके पर संकुल के नामित शिक्षकों ने प्रशिक्षण में भाग लिया. शेष बचे संकुल के नामित शिक्षकों का प्रशिक्षण नौ जुलाई को आयोजित किया जायेगा.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है