प्रतिनिधि, बलिया बेलौन. महानंदा नदी से भीषण कटाव होने से ग्राम पंचायत भौनगर का आलापोखर, सदापुर, मेंहदीपुर गांव का अस्तित्व खतरे में आ गया है. महानंदा नदी में बाढ़ का पानी आने के कारण अलापोखर कब्रिस्तान के निकट भयानक कटाव शुरू हो गया है. नदी किनारे बसे आबादी के लोग भयभीत हैं कि कब इनका घर नदी के आगोश में समा जायेगा. आधा किमी की दूरी पर तटबंध है. अगर कटाव को रोका नहीं गया तो गांव को बर्बाद करते हुए नदी तटबंध के समीप पहुंच जायेगा. ज्ञात हो कि महानंदा नदी पूर्व में कदवा प्रखंड के दर्जनों गांवों महीनगर, शिकारपुर, तैयबपुर, मंझोक, सबनपुर सहित दर्जनों गांवों को अपने आगोश में समा चुका है. स्थानीय जनप्रतिनिधि के बार-बार गुहार लगाने के बावजूद जल संसाधन विभाग नदी कटाव को रोकने में विफल हो रहा है. शुक्रवार को अलापोखर कटाव स्थल पहुंचकर स्थानीय जन सुराज नेता डॉ एमआर हक़ स्थिति का जायजा लिया और ग्रामीणों के साथ मिलकर जल संसाधन विभाग, फ्लड कंट्रोल सालमारी के पदाधिकारी के खिलाफ जोरदार विरोध प्रदर्शन किया. इस अवसर पर उन्होंने कहा कि पूर्व में नदी कटाव और बाढ़ का स्थाई समाधान के मुद्दे को लेकर आंदोलन किया गया है, लेकिन प्रशासन द्वारा इस पर कोई कार्रवाई नहीं होने पर विरोध प्रदर्शन किया गया. ग्रामीणों ने मांग किया कि जल्द से जल्द अलापोखर कटाव स्थल पर युद्ध स्तर पर फ्लड फाइटिंग का काम कराया जाये, नहीं तो अभी तीन गांव का अस्तित्व खतरे में पड़ जायेगा. अगर प्रशासन मांग को अनसुना करती है, तो लोग सड़क पर उतरकर आंदोलन शुरू कर देंगे. मौके पर सुबहान अली, मस्तान, शमीम अहमद, अकमल, ज़ुबैर अहमद, पारस राय, अजय राय, मसूद आलम, सोहराब अली, जाकिर हुसैन आदि उपस्थित थे.
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