रांची. रांची के बड़ा तालाब (विवेकानंद सरोवर) की सफाई ई-बॉल विधि से की जायेगी. छत्तीसगढ़ में जलाशयों की सफाई के लिए अपनायी गयी ई-बॉल विधि को उपयुक्त पाया गया. यह इको सिस्टम के लिए भी सेफ है. निगम के प्रशासक अमित कुमार ने बताया कि बड़ा तालाब को प्राकृतिक तरीके से साफ किया जा सके, इसे लेकर तकनीकी परामर्श के लिए कमेटी बनायी गयी थी. कमेटी की रिपोर्ट के आधार पर यह तय किया गया है कि ई-बॉल के माध्यम से बड़ा तालाब की सफाई करायी जायेगी. इसके लिए एजेंसी के चयन व सामग्री खरीदने के लिए निविदा आमंत्रित करने की प्रक्रिया शुरू कर दी गयी है. बताया गया कि छत्तीसगढ़ के अंबिकापुर में तालाबों को गंदगी और बदबू से बचाने के लिए यह पहल की गयी थी. इसके तहत बैक्टीरिया और फंगस के मिश्रण से तैयार ई-बॉल के माध्यम से पानी की सफाई की जाती है. इसका प्रयोग देश के कई राज्यों में हुआ है और सफल भी रहा है. ई-बॉल के माध्यम से तालाब की गहराई और उसके क्षेत्रफल के हिसाब से बैक्टीरिया और फंगस के मिश्रण के कंसोरटिया तैयार किया जाता है और उसे बॉल के माध्यम से पानी में डाला जाता है. उसके बाद पानी के नमूने की भी जांच होती है. इस विधि से एक एकड़ के तालाब के पानी के ट्रीटमेंट पर आठ से 10 हजार रुपये का खर्च आता है. निगम प्रशासक ने बताया कि निगम क्षेत्र के अन्य जलाशयों की सफाई भी इसके माध्यम से करायी जायेगी.
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