Motihari Medical College: पूर्वी चंपारण में 2021 से प्रस्तावित मोतिहारी मेडिकल कॉलेज के निर्माण के लिए शनिवार को बीएमएसआईसीएल की टीम ने स्थानीय अधिकारियों के साथ प्रस्तावित स्थल का निरीक्षण किया. निरीक्षण के बाद उन्होंने अपनी सहमति भी जताई. इससे पहले डीएम सौरभ जोरवाल ने स्थानीय लोगों से एयरपोर्ट के पास खाली पड़े 25 एकड़ के भूखंड की मापी कराई और प्रस्ताव स्वास्थ्य विभाग को भेज दिया. इस तरह अस्पताल सह मेडिकल कॉलेज का रास्ता साफ हो गया है.
150 MBBS छात्रों का होगा नामांकन
जानकारी के अनुसार कॉलेज में 150 एमबीबीएस छात्रों का नामांकन होगा. 630 बेड का मेडिकल कॉलेज सह अस्पताल बनाया जाएगा. इसके लिए सरकार ने विभाग को 603 करोड़ रुपए भेज दिए हैं. महात्मा गांधी केंद्रीय विश्वविद्यालय के निर्माण के बाद मेडिकल कॉलेज की स्थापना पूर्वी चंपारण के लिए बड़ी उपलब्धि है.
भूमि चिह्नित कर भेजा गया प्रस्ताव
चयनित भूमि के निरीक्षण के लिए गई टीम में पटना के अधिकारियों के अलावा नगर आयुक्त सौरभ सुमन (आईएएस), सदर एसडीओ श्रेष्ठ अनुपम (आईएएस), सीओ संध्या कुमारी समेत कई अधिकारी शामिल थे. कॉलेज को लेकर बीएमएसआईसीएल के प्रबंध निदेशक धर्मेंद्र कुमार ने डीएम और सीएस को पत्र के माध्यम से भूमि के बारे में याद दिलाया था. प्रशासनिक तत्परता से कॉलेज के लिए भूमि चिह्नित कर स्वीकृति के लिए प्रस्ताव भेज दिया गया है.
2020-21 हो रही कॉलेज खुलने की चर्चा
मोतिहारी में मेडिकल कॉलेज खोलने के लिए पूर्व केंद्रीय मंत्री सह सांसद राधामोहन सिंह ने 2021 में सरकार को प्रस्ताव दिया था. साथ में पूर्व गन्ना मंत्री सह विधायक प्रमोद कुमार ने भी इसकी मांग उठायी थी. पहले तो कॉलेज अस्पताल परिसर में ही खोलने की बात थी, लेकिन भूमि उपलब्ध होने के साथ अब हवाई अड्डा के पास खुलेगा.
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क्या कहते हैं अधिकारी
बीएमएसआइसीएल से मेडिकल कॉलेज सह अस्पताल खोलने के लिए भूमि का प्रस्ताव आया था. उसके आलोक में कचहरी चौक से एनएच की ओर जाने वाली सड़क के बीच हवाई अड्डा के पास खाली पड़ी जमीन को चिन्हित किया गया है. स्थानीय सीओ से मापी कराकर संबंधित भूमि पर कॉलेज खोलने का प्रस्ताव सरकार को भेज दिया गया है.
सौरभ जोरवाल, डीएम, पूच