बीहट. एक तरफ बिहार सरकार जहां बच्चों को स्कूलों से जोड़ने की कवायद में लगी है और स्कूलों में उन बच्चों को भरपेट खाने की व्यवस्था से लेकर पीने के लिए स्वच्छ पानी,साफ-सुथरा शौचालय और समय से शिक्षण व्यवस्था को पटरी पर लाने की तमाम कोशिशें कर रही है,वहीं दूसरी ओर नगर परिषद बीहट के उत्क्रमित मध्य विद्यालय चकिया पुर्नवास में बच्चों को खाने के लिए मास्टर की गाली सुननी पड़ती है और कभी-कभी मार भी सहनी पड़ती है.यह हम नहीं कह रहे हैं बल्कि उस विद्यालय में पढ़ने वाले दर्जनों छात्र शनिवार को उक्त शिकायत को लेकर वार्ड-34 की पार्षद नेहा पटेल के घर पर पहुंच अपनी आपबीती सुनाई.बच्चों ने कहा एक तो भरपेट खाना नहीं दिया जाता है और खाने के बाद प्लेट नहीं धोने पर मारपीट व गाली दिया जाता है.फल भी कभी दिया जाता है और कभी नहीं,शिकायत करने पर नाम काट कर भगा देने की धमकी दी जाती है.इस तथ्य का एक वीडीयो तेजी से सोशल मीडिया पर ट्रेंड कर रहा है जिसमें सभी बच्चे विद्यालय के प्रधान श्रीकांत राय केखिलाफ अपनी शिकायत रख रहे हैं.वहीं पार्षद प्रतिनिधि रजनीश कुमार टोनी ने खबर की सत्यता को पुष्टि करते हुए कहा कि जब इस बाबत विद्यालय जाकर प्रधान श्रीकांत राय से बात की तो उन्होंने इस आरोप को एक सिरे से नकारते हुए कहा यह पूरी तरह से झूठा आरोप है.पार्षद प्रतिनिधि ने बताया कि कुछ महीने पूर्व कुछ ऐसी ही शिकायत मिलने पर नगर परिषद बीहट की मुख्य पार्षद बबीता देवी द्वारा स्कूल का निरीक्षण किया गया था और दोबारा ऐसी गलती नहीं करने चेतावनी भी दी गयी थी.उन्होंने बताया कि अग्रेत्तर कार्रवाई के लिए बच्चों की शिकायत का यह वीडीयो बेगूसराय डीएम,डीडीसी,बरौनी बीडीओ,नगर परिषद बीहट के कार्यपालक पदाधिकारी,मुख्य पार्षद को भेजा गया है.वहीं इस मामले में विद्यालय प्रधान श्रीकांत राय ने कहा साजिश के तहत इस मामले को बेवजह तूल दिया जा रहा है.आरोप निराधार और झूठा है.
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