लखीसराय. जिले के कुंदर पंचायत स्थित कुंदर बराज में पानी स्टॉक हो जाने के बाद से किसानों के बीच खुशी की लहर दौड़ पड़ी है. चानन, हलसी समेत रामगढ़ चौक के किसानों को अब पूरा यकीन हो गया कि अब उनके धान के फसल होने से कोई रोक नहीं सकता है. कुंदर बराज से ही इन तीनों प्रखंड के किसान खुशहाल रहते हैं. हलसी, चानन एवं रामगढ़ चौक प्रखंड के नहर में पानी तभी आता है जब कुंदर बराज में पानी का स्टॉक रहता है. चानन, हलसी, रामगढ़ चौक प्रखंड के किसानों के धान की उपज किसानों के मेहनत के मुताबिक हो जाता है, तो वे सब सालों भर खुशहाली की जिंदगी जी लेते हैं.
स्थानीय सांसद की देन है कुंदर बराज
कुंदर बराज का उद्घाटन स्थानीय सांसद राजीव रंजन सिंह उर्फ ललन सिंह द्वारा लखीसराय बाइपास के साथ-साथ 20 जून 2016 को किया गया था. इससे पहले यहां के किसान पूरी तरह वर्षा पर ही अपने धान के फसल को भगवान के भरोसे छोड़ देते थे. रामगढ़ चौक प्रखंड छोड़कर चानन एवं हलसी के किसान वर्षा होने पर ही धान के फसल अपने घर ले जाने में सफल होते थे, लेकिन कुंदर बराज के निर्माण हो जाने से पानी का स्टॉक रख लिया जाता है और बारिश नहीं होने पर रोपनी के वक्त नहर में पानी छोड़ा जाता है. जिससे किसानों के खेत तक पानी पहुंचाया जाता है. तब किसान धान की रोपनी के साथ साथ धान का पटवन कर पाते है. बराज से चानन नहर में पानी छोड़ा जाता है. चानन होते हलसी, रामगढ़ चौक होते सदर प्रखंड के पतनेर मोरमा तक पानी पहुंचाया जाता है.
80 प्रतिशत तक गिराया जा चुका है धान का बिचड़ा
पिछले एक सप्ताह से हो रही बारिश को लेकर लक्ष्य के मुकाबले 80 प्रतिशत धान का बिचड़ा गिराया जा चुका है. कई माह से बारिश नहीं होने के कारण धान का बिचड़ा नहीं गिराया जा रहा था, लेकिन बारिश हो जाने पर धान का बिचड़ा आद्रा नक्षत्र में गिराया जा चुका है.
बोले अधिकारी
सिंचाई विभाग के अभियंता प्रेमनाथ पासवान ने बताया कि कुंदर बराज से पानी छूटने के बाद नहर में पानी आता है. जिसे सिंचाई विभाग के द्वारा किसान के खेतों तक पहुंचाया जाता है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है