मधुबनी. जिले में मानसून की दस्तक के बाद बाढ़ की संभावना को देखते हुए स्वास्थ्य विभाग अलर्ट मोड में है. संभावित बाढ़ के मद्देनजर सभी आवश्यक तैयारी की जा रही है. इसके लिए जिला दवा भंडार में हैलोजन टेबलेट, 1 हजार 500 बैग ब्लीचिंग पाउडर, डॉग बाइट, स्नेक बाइट, ओआरएस, डायरिया एवं वोमेटिंग की दवा का पर्याप्त मात्रा में भंडारण किया गया है. बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों के गर्भवती महिला व गंभीर बीमारी से ग्रसित व्यक्तियों को चिन्हित किया जा रहा है. सिविल सर्जन ने सभी प्रखंडों के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी को संभावित बाढ़ को देखते हुए बाढ़ पूर्व स्वास्थ्य सुविधा की मुकम्मल तैयारी करने का निर्देश दिया है. खासकर बाढ़ प्रभावित प्रखंड मधेपुर, घोघरडीहा, बिस्फी, मधवापुर, खजौली, लौकही, लखनौर बासोपट्टी एवं बेनीपट्टी को विशेष एहतियात बरतने का निर्देश दिया गया है. ताकि बाढ़ के समय में भी नवजात शिशु, गर्भवती महिला, वृद्धजनों व गंभीर रोगों से ग्रसित मरीजों को बेहतर चिकित्सकीय सुविधा उपलब्ध हो सके. सिविल सर्जन डा. नरेश कुमार भीमसारिया ने कहा कि बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में नौका पर अस्थाई अस्पताल व पर्याप्त मात्रा में दवा की उपलब्धता सुनिश्चित करने का निर्देश प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी को दिया गया है. सीएस के निर्देश के मद्देनजर स्वास्थ्य विभाग संभावित बाढ़ व उससे उत्पन्न जल जनित बीमारियों को रोकने की तैयारी में जुट गया है. ताकि बाढ़ प्रभावित इलाकों में इलाज और दवा आसानी से उपलब्ध करायी जा सके.
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