पांडू. कुटमु खेल मैदान का विवाद गहराता जा रहा है. मामला सुलझने के बजाय उलझता जा रहा है, शनिवार की सुबह पच्चमा गांव का राजू राम मवेशी को चराने खेल मैदान से होकर जा रहा था. इसे लेकर श्यामलाल साव, उसकी पत्नी व बेटे राजू राम से उलझ गये. डंडा से उसकी पिटाई कर दी. इसकी जानकारी मिलते ही कुटमु व पच्चमा के काफी संख्या में महिला-पुरुष खेल के मैदान पहुंच गये. जिसके बाद स्थिति तनावपूर्ण हो गयी. घटना की जानकारी मिलने पर पुलिस इंस्पेक्टर रामाशीष पासवान, पांडू थाना प्रभारी, विश्रामपुर थाना प्रभारी मौके पर पहुंचे. आक्रोशित ग्रामीणों को समझा कर कर शांत कराया. इसके बावजूद महिलाएं खेल के मैदान में जमी हुई हैं, ताकि फिर किसी व्यक्ति के साथ मारपीट न हो. वहीं पांडू पुलिस भी खेल के मैदान में कैंप कर रही है. आक्रोशित महिलाओं का कहना था कि इस खेल के मैदान की जमीन को फर्जी तरीके से खरीदा गया है. जबकि मैदान में 50 वर्षों से विभिन्न गांव के बच्चे खेलते-कूदते रहे हैं. युवा नौकरी पाने के लिए प्रतिदिन इसी मैदान पर अभ्यास करते हैं. महिलाअों का आरोप है कि इस मैदान को भू-माफिया प्रशासन की मदद से कब्जा कर जोतना चाहते हैं. लेकिन जान दे देंगे, पर इस खेल के मैदान को किसी और के कब्जे में नहीं जाने देंगे.
2010 में खरीदी है 86 डिसमिल जमीन :
वहीं जमीन के खरीदार श्याम लाल साव का कहना है कि यह खेल का मैदान कुटमु के जमींदार छोटन लाल सिन्हा की पत्नी निर्मला सिन्हा के नाम से है. इसका खाता संख्या 375, प्लॉट संख्या 884 व रकबा 6.57 डिसमिल है. निर्मला देवी के भाई अजीत लाल उत्तराधिकारी के रूप में थे, जिनसे उन्होंने 2010 में 86 डिसमिल जमीन खरीदी है. इसके अलावे कमेशी साव, लगन साव, सीता साव, बिरेंद्र साव, लक्ष्मण साव सहित करीब 10 लोगों ने मिलकर खेल के मैदान का छह एकड़ 57 डिसमिल का प्लॉट खरीद लिया है. श्यामलाल के अनुसार दो वर्ष पूर्व मैदान के सटे खेत में अरहर की खेती की थी. जिसे पचम्मा गांव के लोगों ने उखाड़ कर फेंक दिया था. इसके बाद से विवाद बढ़ता गया. वह 2018 से कुटमु मैदान के पास घर बनाकर रह रहे हैं. इसके पूर्व विश्रामपुर में रहते थे. वह मूल रूप से विश्रामपुर के चोरटीया गांव के रहने वाले हैं. कुटमू में अपने ससुराल में रहते हैं. श्यामलाल ने बताया कि यहां के ग्रामीण हमेशा मारपीट और गाली-गलौज करने पर उतारू रहते हैं. उन्होंने खेल के मैदान को खाली कराने को लेकर पलामू डीसी, एसपी, पांडू थाना व सीओ को आवेदन दिया है. इसके बाद से प्रशासन के लोग मैदान को कब्जा कराने में लगे हैं, लेकिन अभी तक सफलता नहीं मिली है, श्याम लाल साव ने खुद पर खतरा बताते हुए प्रशासन से जान-माल की सुरक्षा की गुहार लगायी है. थाना प्रभारी कुमार सौरभ ने बताया कि इस भूमि विवाद को अंचल को भेजा गया है. जांच के बाद ही पता चल सकेगा कि उक्त जमीन फर्जी तरीके से खरीदा गयी है या सही है. फिलहाल इस मामले में अग्रेतर कार्रवाई की जा रही है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है