आजमनगर. प्रखंड क्षेत्र में इन दिनों शिक्षा विभाग के पदाधिकारियों के ऊपर आरोप प्रत्यारोप का सिलसिला लगातार जारी है. विभागीय अधिकारियों ने शिक्षा संबंधी नियमावली को ताक पर रखकर मनमाने ढंग से विद्यालय संचालन कराया जा रहा है. ऐसे में उनके खिलाफ छात्रों सहित अभिभावकों ने सवाल उठना शुरू हो गया है. प्रखंड क्षेत्र के चौलहर पंचायत स्थित उत्क्रमित मध्य विद्यालय बघवा सह प्लस उच्च माध्यमिक विद्यालय चौलहर के छात्रों ने आजमनगर-दिल्ली दीवानगंज मुख्य सड़क को पूरी तरह बाधित कर दिया. घंटों तक धरना पर बैठे बच्चों ने प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी, प्रखंड विकास पदाधिकारी व जिला शिक्षा पदाधिकारी के खिलाफ मुर्दाबाद के नारेबाजी करते दिखे. बताते चलें कि दो विद्यालय के मात्र दो कमरे के जर्जर मकान में लगभग 650 से अधिक बच्चे अध्यनरत हैं. जो चचरी एवं कच्ची मकान पर शिक्षा ग्रहण करने को मजबूर है. बच्चों एवं अभिभावकों द्वारा लगातार कई वर्षों से प्रखंड विकास पदाधिकारी व प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी को शिकायत की जा रही है. साथ ही पंचायत के मुखिया ने शिक्षा मंत्री तक को पत्र लिखी. पर इस ओर किसी ने ध्यान नहीं दिया. शनिवार को पठन-पाठन के दौरान जर्जर भवन के छत का मालवा अचानक गिरने से बच्चों में भगदड़ मच गया. इसके बाद देखते ही देखते अभिभावक इकट्ठा हो गये आक्रोशित छात्रों ने आजमनगर-दिल्ली दीवानगंज मुख्य सड़क को जाम कर प्रदर्शन करना शुरू कर दिया छात्रों द्वारा प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी एवं शिक्षा विभाग मुरादाबाद के नारे लगाना शुरू कर दिए लगातार करीब चार घंटों तक मुरादाबाद के नारे लगाते रहे स्थिति की गंभीरता को देखते हुए प्रखंड विकास पदाधिकारी कुमार मुकेश प्रदर्शन स्थल पहुंचे. जहां छात्रों को आश्वासत करते हुए समझा बुझा कर प्रदर्शन तोड़ा गया. उन्होंने कहा कि बहुत जल्द इस ओर ध्यान दिया जायेगा. तत्काल पठन पाठन व बच्चों के बैठने के लिए वैकल्पिक व्यवस्था की जा रही है. सामग्री रखने के लिए उचित व्यवस्था की जा रही है. चिन्हित जमीन की मापी करवाकर विभाग को रिपोर्ट सुपूर्द कर दी जायेगी. चौलहर पंचायत के मुखिया महबूब आलम एवं सोशल एक्टिविस्ट अजहर नजामी ने कहा कि जर्जर विद्यालय को लेकर शिक्षा मंत्री, जिला शिक्षा पदाधिकारी, प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी सहित कई अन्य को लिखित आवेदन देकर अवगत कराया जा चुका है. जर्जर भवन के छत से अचानक मलवा गिरने के कारण आक्रोशित छात्रों ने सड़क जामकर प्रदर्शन किया. साथ ही उन्होंने कहा कि शिक्षा विभाग की सिथिलता के कारण सैकड़ों बच्चे अपने जान को जोखिम में डालकर पठन-पाठन करने को मजबूर हैं. इस दौरान थानाध्यक्ष कुंदन कुमार सिंह अपने दल बल के साथ स्थिति को सामान रखने के लिए सुरक्षा पर तैनात रहे. इस दौरान घंटों जाम की स्थिति बनी रही.
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