सीतामढ़ी. हिंदू धर्म में नवरात्रि का विशेष महत्व है. वैदिक पंचांग के अनुसार, साल में कुल चार नवरात्रि पड़ती है. इसमें चैत्र व आश्विन मास समेत माघ व आषाढ़ महीने में गुप्त नवरात्रि आती हैं. इस गुप्त नवरात्रि के दौरान 10 महाविद्याओं की माता की पूजा करने का विधान है. यह बातें जिला मुख्यालय से सटे सिमरा नारायणपुर स्थित सिद्ध शक्तिपीठ व भविष्य दर्शन केंद्र के संचालक तांत्रिक गिरधर गोपाल चौबे ने की. बताया कि इन नौ दिनों के दौरान तांत्रिक सिद्धियां की जाती है. जो लोग मां की कृपा पाना चाहते हैं, उन्हें गुप्त नवरात्र के दौरान व्रत, जप, पूजन व साधना जरूर करना चाहिए. आषाढ़ मास के शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा तिथि पर शनिवार से गुप्त नवरात्रि का शुभारंभ हुआ. 15 जुलाई को गुप्त नवरात्रि संपन्न होगी. सुबह 11:00 से 12:00 बजे तक अभिजीत मुहूर्त में कलश स्थापित किया गया. सिमरा नारायणपुर सिद्ध शक्तिपीठ व भविष्य दर्शन केंद्र में चारों नवरात्रि के दौरान पंडितों और भक्तों के द्वारा भव्य पूजा-अर्चना होती है. जिला समेत पड़ोसी देश नेपाल, झारखंड, यूपी, एमपी, कर्नाटका, पश्चिम बंगाल इत्यादि स्थानों से भक्त पहुंचते हैं. दुखियों के कल्याण के जिए यहां महामृत्युंजय जाप, अपराजिता पाठ, महाविद्या व रुद्राभिषेक समेत अन्य जप-पूजन होते रहते हैं.
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