रांची. भारत आदिवासी पार्टी के तत्वावधान में नौ जुलाई को धुर्वा स्थित पुराना विधानसभा मैदान में आदिवासी समागम का आयोजन किया गया है. इस दौरान झारखंड के विभिन्न आदिवासी संगठनों के लोग अपने कार्यकर्ताओं के साथ भारत आदिवासी पार्टी की सदस्यता ग्रहण करेंगे. करमटोली स्थित धुमकुड़िया भवन में शनिवार को आयोजित संवाददाता सम्मेलन में बबीता कच्छप, आदिवासी जन परिषद के प्रेमशाही मुंडा, आदिवासी सेना के अजय कच्छप, लोहरा समाज के अभय भुंटकुवर व अखिल भारतीय आदिवासी विकास परिषद की कुंदरसी मुंडा ने कार्यक्रम की तैयारियों से संबंधित जानकारी दी. वक्ताओं ने कहा कि इस समागम में भारत आदिवासी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष मोहनलाल रोत, पार्टी के संस्थापक सदस्य कांति भाई रोत, राजकुमार रोत, थावरचंद्र मोर, उमेश डामोर, कमलेश डोडियार व जय कृष्णा मीणा सहित भारत की आदिवासी पार्टी केंद्रीय कमेटी के लोग शामिल होंगे. प्रेमशाही मुंडा ने कहा कि यह सम्मेलन आदिवास-मूलवासियों के लिए मील का पत्थर साबित होगा. कांग्रेस, भाजपा, झामुमो आदि पार्टियों ने आदिवासियों के नाम पर सिर्फ राजनीति ही की है. स्थानीय नीति, धर्मकोड, पेसा कानून, पांचवीं अनुसूची, समता जजमेंट, ट्राइबल सब प्लान जैसे मुद्दों का अब भी समाधान नहीं हो पाया है. वर्तमान झामुमो की सरकार में आदिवासियों की जमीन की लूट और बढ़ी है. झारखंड को लूट का अड्डा बना दिया गया है. उन्होंने कहा कि आदिवासी समागम में इन मुद्दों पर भी चर्चा होगी.
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