बोधगया़ आइआइएम बोधगया ने नये छात्रों के लिए ओरिएंटेशन कार्यक्रम का आयोजन हुआ. संसथान ने अपने एमबीए प्रोग्राम के 10वें बैच में 302, दूसरे एमबीए-डीबीएम कार्यक्रम में 92, दूसरे एमबीए-एचएचएम कार्यक्रम में 91 व पीएचडी में 11 स्कॉलर्स सहित कुल 496 छात्रों को शामिल किया है. नये एमबीए बैच में 302 स्टूडेंट्स शामिल हैं, जिनमें 73 छात्राएं हैं. इनमें से 101 छात्रों के पास औसतन 22 महीने का कार्य अनुभव भी है. बैच में 53.16 प्रतिशत छात्र इंजीनियरिंग बैकग्राउंड और 46.84 प्रतिशत छात्र गैर-इंजीनियरिंग बैकग्राउंड से शामिल हैं. एमबीए-डीबीएम कार्यक्रम में 18 महिलाओं सहित 92 छात्रों का स्वागत किया गया, जिनमें से 23.1 प्रतिशत गैर-इंजीनियरिंग बैकग्राउंड से रहे. एमबीए-एचएचएम कार्यक्रम में 15 छात्राएं सहित 91 छात्र शामिल हुए, जिनमें से 83.5 प्रतिशत गैर-इंजीनियरिंग बैकग्राउंड का प्रतिनिधित्व करते हैं. पीएचडी कार्यक्रम में फाइनेंस , ऑपरेशंस मैनेजमेंट, इकोनॉमिक्स, इन्फाॅर्मेशन टेक्नोलॉजी सिस्टम्स एंड एनालिटिक्स, मार्केटिंग, ऑर्गेनाइजेशनल बिहेवियर एंड ह्यूमन रिसोर्स मैनेजमेंट, स्ट्रेटेजी और इंटरप्रेन्योरशिप जैसे क्षेत्रों में पांच महिलाओं सहित 11 नये स्कॉलर्स ने प्रवेश लिया है. इन स्कॉलर्स की शैक्षणिक बैकग्राउंड में मार्केटिंग , कॉमर्स, इकोनॉमिक्स, कंप्यूटर साइंस इंजीनियरिंग, आइटी , ऑपरेशंस मैनेजमेंट, मैकेनिकल इंजीनियरिंग, ऑपरेशंस रिसर्च और साइकोलॉजी शामिल है. एआइ ने बढ़ाई चुनौती, तैयार रहें स्टूडेंट्स ओरिएंटेशन कार्यक्रम की शुरुआत वैदिक मंत्रोच्चार, गणेश वंदना एवं भरतनाट्यम के साथ हुई. वक्ताओं ने इंटरैक्टिव सत्रों के दौरान छात्रों को प्रेरित किया. संस्थान की निदेशक डॉ विनीता सहाय ने नये बैच का स्वागत किया और सामाजिक रूप से जिम्मेदार बिजनेस लीडर्स को बढ़ावा देने पर जोर दिया. मुख्य अतिथि कृषि सह परिवहन विभाग के सचिव संजय कुमार अग्रवाल ने छात्रों को अपने उद्देश्य को परिभाषित करने के लिए प्रोत्साहित किया. सिफी टेक्नोलॉजीज के सीइओ कमलनाथ ने उद्योग पर आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआइ) के प्रभावों की चर्चा की. उन्होंने कहा कि एआइ ने एक्वायर्ड स्किल और इन डिमांड स्किल के बीच के अंतर को बढ़ा दिया है. ऐसे में छात्रों को भविष्य की चुनौतियों के लिए तैयार रहना होगा. सीएएमएस में एचआर प्रतिभा और संस्कृति के उपाध्यक्ष सिद्धार्थ सत्पथी ने कौशल अंतर को पाटने के महत्व पर श्री नाथ के विचारों को दोहराते हुए विकसित नौकरी बाजार में अनुकूलन क्षमता के महत्व पर प्रकाश डाला. नोवार्टिस इंडिया के ग्लोबल ड्रग डेवलपमेंट में रणनीति संचालन के हेड विवेक झा ने भी अपने विचार रखे. क्वाड्रिया कैपिटल के पार्टनर सुनील ठाकुर ने पेशेवर और उद्यमशीलता प्रतिभा के बीच अंतर बताया. मैकिन्से कंपनी के सीनियर पार्टनर और एशिया के चेयरमैन गौतम कुमरा ने इस बात पर जोर दिया कि प्रतिस्पर्धा का संदर्भ नियोजित तरीकों से अधिक महत्वपूर्ण है. ब्रिलियो के वरिष्ठ निदेशक और ग्लोबल हेड अभिषेक रंजन ने व्यक्तिगत विकास पर अंतर्दृष्टि साझा की. पहले दिन का समापन एक सांस्कृतिक कार्यक्रम नोविसिया 3.0 के साथ हुआ, जिसमें नृत्य प्रदर्शन, कविता पाठ और गायन के माध्यम से मौजूदा और नये दोनों छात्रों की प्रतिभा का प्रदर्शन किया गया. जीवन की गुणवत्ता को मन की स्थिति से जोड़ने व संयम की दी सलाह दूसरे दिन इंटरनेशनल आर्ट ऑफ लिविंग शिक्षक और वेलनेस कोच नवनीत नीलेंद्र के सत्र शामिल थे, जिन्होंने जीवन की गुणवत्ता को मन की स्थिति से जोड़ा. वर्जीनिया टेक के पैम्प्लिन कॉलेज ऑफ बिजनेस में एसोसिएट प्रोफेसर प्रो पंकज कुमार ने छात्रों को अपना संघर्ष बुद्धिमानी से चुनने और संयम बनाये रखने की सलाह दी. एक्सेंचर में क्लाइंट अकाउंट लीडरशिप की प्रबंध निदेशक डॉ नीता नागर ने सक्रिय समस्या-समाधान पर जोर देते हुए छात्रों को केवल समायोजन के बजाय समाधान के लिए प्रोत्साहित किया. ओरिएंटेशन कार्यक्रम का समापन फैकल्टी सदस्यों द्वारा छात्रों को एमबीए नीतियों और विभिन्न कमेटियों द्वारा होने वाली गतिविधियों के बारे में बहुमूल्य जानकारी प्रदान कर यह सुनिश्चित करने से हुआ कि नये छात्र आइआइएम बोधगया में उनकी यात्रा के लिए अच्छी तरह से सूचित और तैयार है.
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