बिहारशरीफ.जिले के सैकड़ों हेक्टेयर में लगे गरमा मक्का में दाना नहीं आया. मजबूर होकर किसानों ने गरमा मक्का की फसल को काटकर पशुओं को खिलाना शुरू कर दिया है. बिहारशरीफ, थरथरी, नूरसराय, रहुई, चंडी, नगरनौसा, हरनौत आदि प्रखंडों के सैकड़ों किसानों के गरमा मक्का की बुआई में लाखों रुपये पूंजी के रूप में डूब गयी है. किसानों में इसको लेकर तरह-तरह की चर्चाएं हो रही है. कुछ किसान इस बार अत्याधिक गर्मी तो कुछ किसान खराब बीज के कारण गरमा मक्का में दाना नहीं आना बता रहे हैं. हालांकि यह जांच की विषय है. मुरौरा के किसान चंद्रेश्वर बताते हैं कि वह नामी कंपनी का बीज लाकर गरमा मक्का की बुआई किये थे, पौधा बेहतर रूप से विकसित हुआ, लेकिन फल के बाद दाना नहीं आया. किसान सलाहकार से इस संबंध में शिकायत की, जिन्होंने कुछ रसायन की छिंड़काव बताया. फिर भी दाना नहीं आया. थरथरी प्रखंड के बांसडीह निवासी रौशन कुमार, राहुल कुमार, मंटू कुमार, भूषण, मनोज प्रसाद, चंदन कुमार, जलेंद्र, अनीश, शेखन, कमलेश, निवास महतो आदि बताते हैं कि इधर कुछ वर्षों में मक्का काफी अधिक कीमत में बिक रहा है. इसको देखते हुए बांसडीह के 60 प्रतिशत किसान नामी कंपनी के महंगे दाम में बीज खरीदकर गरमा मक्का की बुआई किये थे, जिसके पटवन, खाद-बीज, रसायन, जुताई व अन्य कार्य में हजारों रुपये प्रति बीघा खर्च हुआ था, लेकिन गरमा फसल का समय समाप्त होने के बाद भी मक्का में दाना नहीं आया. इसकी शिकायत कई बार कृषि अधिकारी से लेकर लोकल जनप्रतिनिधि से की. फिर भी अब तक कोई इसकी जांच करने नहीं आये. अंत में थक-हार कर गरमा मक्का की फसल को खेत से काटकर मवेशियों को खिला रहे हैं.
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